पुलिस की पिटाई से रिक्शाचालक की मौत
मथुरा में रिक्शा चालक पिटाई में गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
शाहजहांपुर: मथुरा में रिक्शा चालक पिटाई में गंभीर रूप से जख्मी हो गया। किसी तरह से वह अपने घर पहुंचा। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसको जिला अस्पताल लेकर आए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि मथुरा पुलिस ने जाम लगने की वजह से उसकी बेहरमी पिटाई कर दी थी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
थाना रोजा क्षेत्र के गांव बरनई निवासी प्रदीप पाल ने बताया कि उनका 25 वर्षीय भाई संदीप पाल मथुरा में रिक्शा चलाता था। वह डेढ़ महीना पहले घर से मथुरा गया था। वह मुहम्मद नाम के गैराज मालिक का रिक्शा चलाता था। रविवार की शाम करीब सात बजे संदीप घायल अवस्था में टेंपो से घर पहुंचा। उसने बताया कि कुछ लोगों की मदद से वह बस में सवार हो गया था। वह चलने में असमर्थ था। परिजनों ने उसको चारपाई पर लिटा दिया। उसने बताया कि तीन दिन पहले वह होली गेट छावनी स्टेशन के पास रिक्शा चला रहा था। तभी अचानक जाम लगने से पुलिस वालों ने उसकी डंडों से जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद वह गैराज में जाकर लेट गया। उसने गैराज मालिक से कहा कि परिजनों ने बात करा दे, लेकिन उसने बात नहीं कराई। इसके बाद हालत बिगड़ती देखकर उसने वहां पर कुछ लोगों से मदद मांगी और किसी तरह से बस में सवार होकर बरेली शाहजहांपुर पहुंचा। घर में सोमवार की सुबह अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई। उसको जिला अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गैराज मालिक ने साधी चुप्पी
भाई की खराब हालत को देखकर उसके भाई प्रदीप ने रिक्शा चालक संदीप के गैराज मालिक मोहम्मद से बात करके पूछा की घटना के बारे में जानकारी क्यों नहीं दी। इस पर गैराज मालिक चुप हो गया। प्रदीप ने कहा कि वह इस मामले में की शिकायत मथुरा एसएसपी से करेगा। -------------
बेटे की मौत से मां हुई बेसुध
संदीप के पिता शिवदयाल की काफी समय पहले मौत हो गई थी। आठ साल पहले उसकी पत्नी की भी बीमारी से मौत हो गई। तब वह इधर-उधर मजदूरी करके करके गुजरा करता था। मां शकुंतला देवी बेटे की मौत से बदहवास हो गईं हैं। उनको रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उसकी मौत से परिवार में मातम छा गया है।
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कमाने गया था रोजी-रोटी, मिली मौत
पिता की मौत होने के बाद घर का बड़ा बेटा होने की वजह से उस पर जिम्मेदारी भी बड़ी थी। स्थानीय स्तर पर मजदूरी करने के बाद भी घर की जरूरतें पूरी नहीं हो रहीं थीं। यही वजह थी कि वह मथुरा में रोजी रोजी की तलाश में गया था, लेकिन उसे नहीं मालूम था कि वह इस जंग में वह जिंदगी ही हार जाएगा।
वर्जन-
चौक कोतवाली इंस्पेक्टर राजकुमार तिवारी से सूचना मिली थी कि मृतक के परिजन मथुरा पुलिस पर पिटाई का आरोप लगा रहे हैं। अभी तक इस मामले में उनके पास कोई तहरीर नहीं आई है।
- डीसी शर्मा, इंस्पेक्टर रोजा