पांच हजार छात्राएं हुई आत्मरक्षा के लिए तैयार
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से चलाये गए मिशन साहसी के तहत जिले में लगभग पांच हजार छात्राओं ने सीखा।
शाहजहांपुर : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से चलाये गए मिशन साहसी के तहत जिले में लगभग पांच हजार छात्राओं आत्मरक्षा के लिए तैयार हो गई हैं। मंगलवार को इनमें से सात सौ छात्राओं ने शहर के राजकीय इंटर कॉलेज के खेल मैदान में इसका प्रदर्शन भी किया। केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कृष्णाराज ने सभी का उत्साहवर्धन किया।
अभाविप की ओर से जिले में में 23 से 29 नवंबर तक मिशन साहसी अभियान चलाया था। जिसमें विभिन्न स्कूल व कालेजों छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए ताइक्वांडो का प्रशिक्षण दिया गया था। उन्हें बताया गया कि किस तरह अपनी रक्षा कर सकते हैं। अगर कोई उनसे छेड़छाड़ करता है तो किसी तरह से उन्हें सबक सिखा सकती है। केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा आज के दौर में हर बेटी को खुद इतना सक्षम बनना होगा कि उसके मान-सम्मान के साथ कोई खिलवाड़ न कर सके। इससे पहले पुनीत मनीषी ने ताइक्वांडो का प्रदर्शन कराया। इस दौरान नीलमा प्रसाद, डॉ. अनुराग अग्रवाल, शिल्पी गुप्ता, नीटू शर्मा, विभाग संगठन मंत्री, जिला संयोजक सुरजीत ¨सह, प्रिया गुप्ता, रिषी द्विवेदी, संदीप भदौरिया, कुलदीप गुप्ता, आशीष, शिवम ¨सह, लक्ष्मी ¨सह चंदेल आदि मौजूद रहे। पलक झपकते ही तोड़ दीं ईंट
प्रशिक्षित छात्राओं ने विभिन्न विधाओं का प्रदर्शन कर कार्यक्रम में मौजूद लोगों की वाहवाही बटोरी। छात्राओं ने पलक झपकते ही ईंट को तोड़कर अपनी क्षमता को प्रदर्शित किया। एक साथ कई रॉड को भी तोड़कर दिखा दिया कि वे आत्मरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। शिवानी शर्मा ने कहा कि ताइक्वांडो प्रत्येक छात्रा के लिए जरूरी है। जिन्होंने भी इसका प्रशिक्षण लिया है वे किसी भी स्थिति से निपट सकती हैं।
जैनब बताती हैं कि पहले घर से निकलते समय मन में कुछ डर सा लगा रहता था। लेकिन ताइक्वांडो का प्रशिक्षण लेने के बाद से काफी सुरक्षित महसूस कर रही हूं।
तृप्ति ¨सह ने बताया कि अब अगर कोई छेड़छाड़ करेगा तो उसे कड़ा सबक सिखा सकूंगी। अपनी तरह अन्य छात्राओं को भी इसके लिए प्रेरित करुंगी।
पायल गुप्ता ने बताया कुछ दिन पहले सहेली के साथ कुछ लड़कों ने छेड़छाड़ करने का प्रयास किया। उन्हें सिर्फ पंच दिखाये तो मौके से खिसक गये थे।