बेघरों के सिर पर 'आसरा' की छत
पात्र होने के बाद भी आवास न मिलने पर धरना देने वाले बेघर रंजीत को आखिरकार छत मिली। एसडीएम वेद सिंह चौहान के निर्देश पर नगर पालिका प्रशासन ने लॉटरी से दस लोगों को आसरा आवास दिए जिसमें उसका भी नाम शामिल था।
जेएनएन, शाहजहांपुर: पात्र होने के बाद भी आवास न मिलने पर धरना देने वाले बेघर रंजीत को आखिरकार छत मिली। एसडीएम वेद सिंह चौहान के निर्देश पर नगर पालिका प्रशासन ने लॉटरी से दस लोगों को आसरा आवास दिए, जिसमें उसका भी नाम शामिल था।
शेरगढ़ मुहल्ले में चार वर्ष पहले 108 आसरा आवासों का निर्माण किया गया था, जिसमें 59 का पूर्व में आवंटन हो चुका है। 49 आवास खाली थे, जिनमें से कुछ में बाहरी लोग रहने लगे थे। पात्र होने के बाद भी आवास न मिलने से नाराज रंजीत पिछले दिनों आसरा कॉलोनी में परिवार सहित धरने पर बैठ गया था। एसडीएम ने अपात्रों को बाहर करने व पात्रों को आवास आवंटित करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद नगर पालिका की ओर से दोबारा आवेदन मांगे गए थे। अधिशासी अधिकारी सर्वेश कुमार कुशवाहा ने बताया कि कुल 25 आवेदनों में से रंजीत समेत 10 ही पात्र पाए गए। सभी को सोमवार को तहसील सभागार में लॉटरी से आवास आवंटित किए गए। एक सप्ताह में सभी को कब्जा दे दिया जाएगा। कार्यालय अधीक्षक दिग्विजय सिंह, परियोजना अधिकारी डूडा अतुल पाठक, इस्लाम अली, मो. अयूब, नितिन सक्सेना, सुशील कुमार मौजूद रहे।