जान हथेली पर लेकर ट्रक-ट्राला से जा रहे मजदूर
जनपद के बनकटिया गांव स्थित निर्माणाधीन जिला कारागार स्थित ट्रांजिट सेंटर में सोमवार को सुबह के समय कई लोग पहुंचे। मेंहदावल के देवराज मकसूदन सहित कई लोगों ने कहा कि वे बस से दिल्ली से यहां पर पहुंचे।
संत कबीरनगर: हादसे पर हादसे हो रहे हैं, मजदूर घायल हो रहे हैं, कइयों की जिदगी चली गई। सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ जिदगी बचाने के लिए ठोस पहल की है। मजदूरों के ट्रक, डीसीएम व अन्य साधनों से तथा पैदल घर जाने पर रोक लगाई है। इन्हें बस से सुरक्षित घर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। हैरत की बात यह है कि इस जिले में जान हथेली पर रखकर ट्रक, ट्राला, डीसीएम सहित अन्य साधनों से मजदूरों के घर जाने का सिलसिला जारी है।
गोरखपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर टेमा रहमत से मगहर के बीच ऐसे ²श्य रोज देखे जा सकते हैं। जिला प्रशासन इससे अनजान बना हुआ है। जानिए, सोमवार को कैसी रही इनकी गतिविधि।
तेज धूप ने परेशान किया तो गोरखपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर नेदुला बाईपास से कुछ दूरी पर ट्राला से सोमवार को मजदूर उतरने लगे। ये शारीरिक दूरी का परवाह किए बगैर सड़क की पटरी के पास स्थित छाजन की छांव में सटकर बैठ गए। पूछने पर शंभू राय, राजवीर राय, कृष्णा राय, सुधीर कुमार, नवल किशोर, जालंधर राय आदि लोगों ने बताया कि वे मुंबई में मजदूरी करते थे। यहां पर घर जाने के लिए साधन मिलने में दिक्कत हुई। इस पर वे भूख-प्यास की परवाह किए बगैर ट्राला से मुंबई से बिहार अपने घर जा रहे हैं। रास्ते में कुछ जगहों पर लोगों ने पानी, बिस्किट आदि दिए।
जनपद के बनकटिया गांव स्थित निर्माणाधीन जिला कारागार स्थित ट्रांजिट सेंटर में सोमवार को सुबह के समय कई लोग पहुंचे। मेंहदावल के देवराज, मकसूदन सहित कई लोगों ने कहा कि वे बस से दिल्ली से यहां पर पहुंचे। यहां पर थर्मल स्क्रीनिग कराने के बाद मेंहदावल जाने के लिए घंटों इंतजार करने के बाद वाहन नहीं मिला तो वे पैदल घर जाने के लिए विवश हुए।