सचिवों के नारेबाजी से गूंजता रहा विकास भवन
प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर जिले के सभी पंचायत सचिव शुक्रवार को सरकारी कामकाज का बहिष्कार करते हुए विकास भवन के मुख्य गेट के पास धरने पर बैठे रहे। इस दिन सुबह के दस बजे से दोपहर के दो बजे तक यानी चार घंटे तक धरना पर बैठे इन कर्मियों के नारेबाजी से विकास भवन गूंजता रहा।
संतकबीर नगर: प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर जिले के सभी पंचायत सचिव शुक्रवार को सरकारी कामकाज का बहिष्कार करते हुए विकास भवन के मुख्य गेट के पास धरने पर बैठे रहे। इस दिन सुबह के दस बजे से दोपहर के दो बजे तक यानी चार घंटे तक धरना पर बैठे इन कर्मियों के नारेबाजी से विकास भवन गूंजता रहा। इसके बाद ये दोपहर के करीब ढ़ाई बजे कलेक्ट्रेट में पहुंचे। यहां पर मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को संबोधित तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन डीएम की नामौजूदगी में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सुशील कुमार पाण्डेय को सौंपा।
उप्र ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष अनिल सिंह ने पंचायत सचिवों के एक दिवसीय धरने को समर्थन देने पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद व सफाई कर्मचारी संघ आदि संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के प्रति सहानुभूति जताई। इन्होंने कहा कि कर्मियों की मांगें जब तक पूरी नहीं होगी, तब तक वे आंदोलन करने के लिए विवश हो सकते हैं। उप्र ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष अभय प्रताप सिंह ने कहा कि वर्ष 2018 में गठित समिति ने पंचायत सचिवों के शैक्षिक योग्यता स्नातक एवं ग्रेड पे-2,800 करने की अपनी संस्तुति दे-दी है। सरकार को इसे तत्काल लागू करना चाहिए। पंचायत सचिवों पर हो रहे उत्पीड़न को बंद किया जाना चाहिए, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धरना-प्रदर्शन में एसबी सिंह, अवधेश अग्रहरि, संतोष पाण्डेय, अभिनव रवि वत्स, देव प्रताप सिंह, राजेश पाण्डेय, दीप श्रीवास्तव, सतीश मौर्य, नेहा सिंह, पुनीता के अलावा तमाम पंचायत सचिव मौजूद रहे।
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