बालिका की मौत पर जिला अस्पताल में हंगामा
शनिवार को दिन में लगभग 11 बजे जिला अस्पताल में जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में तैनात एक लिपिक की तीन वर्षीय बेटी की मौत को लेकर हंगामा हो गया।
संतकबीरनगर : शनिवार को दिन में लगभग 11 बजे जिला अस्पताल में जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में तैनात एक लिपिक की तीन वर्षीय बेटी की मौत को लेकर हंगामा हो गया। परिजन चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विरोध जताने लगे। मौके पर कोतवाली पुलिस पहुंची, समझाकर मामले को समाप्त किया गया।
जिला कृषि कार्यालय में तैनात बाबू श्रवण कुमार के पुत्री श्रेया की तबियत सुबह अचानक खराब हुई। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। श्रवण कुमार का आरोप है कि इमरजेंसी में तैनात डा. ललहन ने लगभग एक घंटे तक मासूम बालिका का इलाज आरंभ नहीं किया। वह अभी आते हैं कहकर मामले को टालते रहे और फार्मासिस्ट को इलाज के लिए भेजकर शांत हो गए। इसी दौरान बालिका की मौत हो गई। इसे लेकर परिजन भड़क गए, सभी चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए चिकित्सक के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। हंगामा बढ़ने लगा, पुलिस को सूचना मिली तो कोतवाली प्रभारी रविद्र कुमार पहुंचे। उन्होंने जांच करवाने के साथ ही लापरवाही के दोषी चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद हंगामा खत्म हुआ। जांच टीम गठित होगी कार्रवाई जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा.वाईपी सिंह ने कहा कि मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित कर दिया गया है। रिपोर्ट मिलने पर संबंधित कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मामला संज्ञान में है, टीम जांच कर रही है। इलाज में हीलाहवाली करना अपने कर्तव्यों के प्रति उदासीनता से जुड़ा है, इसमें संलिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें जांच रिपोर्ट का इंतजार है। इस क्रम में वह कठोर कार्रवाई करेंगे।
डा. हरगोविद सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी