आग से तीन गांवों की दो सौ बीघे गेहूं की फसल जली
संतकबीर नगर धनघटा थाना क्षेत्र के मझौरा में बुधवार को एक व्यक्ति के खेत में भूसा बनाने वाली मशीन से निकली चिंगारी से आग लग गई। आग ने दस मिनट में ही प्रलयंकारी रूप धारण कर लिया। आग से तीन गांवों की 200 बीघे गेहूं की फसल जल कर राख हो गई।
,संतकबीर नगर: धनघटा थाना क्षेत्र के मझौरा में बुधवार को एक व्यक्ति के खेत में भूसा बनाने वाली मशीन से निकली चिंगारी से आग लग गई। आग ने दस मिनट में ही प्रलयंकारी रूप धारण कर लिया। आग से तीन गांवों की 200 बीघे गेहूं की फसल जल कर राख हो गई। इस आग में भूसा बनाने वाली मशीन भी जल गई।
मझौरा निवासी तूफानी पांडेय के खेत में भूसा बनाने के दौरान रीपर मशीन से निकली चिगारी से डंठलों में आग लगने के साथ ही भूसा बनाने वाली मशीन भी जलने लगी। हवा के साथ आग सेमरडाड़ी, हांसडाड़ी व मझौरा गांव के किसानों के खेतों में भी पहुंच गई। आग से सैकड़ों किसानों की फसलें जल गई। दमकलकर्मियों ने तीन घंटे के प्रयास के बाद आग पर काबू पाया। इस घटना में मझौरा निवासी ज्ञानचंद, जोखन ,राजेंद्र ,रामप्रीत, सभाजीत व हासडाडी के घनश्याम, प्रहलाद ,सनी पांडेय, रवि शंकर पांडेय, मंगल पांडेय, लालमन यादव, सतीश उपाध्याय, देवी प्रसाद ,नकछेद पांडेय, सुरेंद्र, नर्मदा पांडेय, शिवेंद्र सहित सेमरडाडी व हांसडाड़ी के दर्जनों किसानों की लगभग 200 बीघे फसल जल गई । लेखपाल ने नुकसान के नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है।
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अग्निपीड़ित किसानों को मदद की दरकार
संतकबीर नगर : अग्निपीड़ित किसानों किसानों का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचा और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को देकर आग से जली गेहूं की फसल का मुआवजा देने की मांग की। कहा कि फसल जलने के सात दिन बाद भी मुआवजा नहीं मिला। इससे परिवार के समक्ष रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है।
किसानों ने बताया कि सेमरियावां ब्लाक के सिरसिहवां गांव के तीस, बघौली ब्लाक के परदेशवा गांव के 44 किसानों की गेहूं की फसल आग लगने से जल गई लेकिन एक सप्ताह बीतने के बाद भी मुआवजा नहीं मिला। सपा नेता पवन छापड़िया के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे किताबुल्लाह, राजेश, राम दरश, हीरालाल, अमरनाथ, उदय, मजहर, जहीर हिद, गजपति सिंह, सफिउल्लाह, मजीबुल्लाह, मोहम्मद दानिश, राम बेचन, कैलाश, लालसा प्रसाद, रामलौट, डा. अफजल, बलिराम, नवी मोहम्मद आदि किसानों ने कहा कि घटना के दिन राजस्वकर्मियों ने मदद का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है।