दो दर्जन खपरैल के मकान ध्वस्त,महिला की मौत
लगातार हो रही बारिश से जिले के मेंहदावल में नौ व धनघटा में 15 यानी दोनों तहसील क्षेत्र में 24 रिहायशी घर ढह गए। घर ढहने से धनघटा तहसील क्षेत्र में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। वहीं खलीलाबाद-धनघटा राजकीय मार्ग पर पुराने शीशम के पेड़ के गिरने से कई घंटे तक आवागमन ठप रहा।
संतकबीर नगर: लगातार हो रही बारिश से जिले के मेंहदावल में नौ व धनघटा में 15 यानी दोनों तहसील क्षेत्र में 24 रिहायशी घर ढह गए। घर ढहने से धनघटा तहसील क्षेत्र में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। वहीं खलीलाबाद-धनघटा राजकीय मार्ग पर पुराने शीशम के पेड़ के गिरने से कई घंटे तक आवागमन ठप रहा।
धनघटा प्रतिनिधि के अनुसार धनघटा तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत-बैजनाथपुर के राजस्व गांव-कोटिया में बीते शनिवार को 65 वर्षीय इसरावती देवी पत्नी श्रीराम परिवार के सदस्यों के साथ सो रही थी। शनिवार-रविवार की रात लगभग दो बजे खपरैल वाले घर की दीवार अचानक गिर गई। दीवार के मलबे के नीचे ये दब गई। आसपास के लोगों ने इन्हें बाहर निकाला लेकिन तब तक इनकी मौत हो चुकी थी। परिजन इन्हें लेकर सीएचसी-हैंसर में पहुंचे। यहां के डाक्टरों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं बसियाजोत गांव में राम किशोर व अजांव निवासी राम निवास का खपरैल का घर बारिश के कारण ढ़ह गया। इसके इतर मौर गांव में बलिहारी, वीरेंद्र, गोली, कबूतरा, राजेंद्र, शिव प्रताप का घर ढ़ह गया। तहसीलदार वंदना पाण्डेय ने कहा कि जांच कर पीड़ितों को आर्थिक सहायता राशि दिलाई जाएगी। मेंहदावल प्रतिनिधि के अनुसार मेंहदावल थानाक्षेत्र के कुसौना खुर्द गांव में बीते शनिवार की रात तेज बारिश से जब्बार पुत्र कमरुददीन, चुन्नीलाल पुत्र बसंत, सोहराती पत्नी हरि, संगीता पत्नी तीरथ, शाह आलम पुत्र शाह मोहम्मद, मनीषा पत्नी राधेश्याम, आरती पत्नी मुन्नर, अंबरी पत्नी अब्दुल, रफीकुन्निशा पत्नी बदरुज्जमा का घर ढह गया। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं। एसडीएम प्रेम प्रकाश अंजोर ने बताया की कुसौना ख़ुर्द में कच्चे मकान गिरने की सूचना मिलने पर सबंधित लेखपाल को मौके पर जांच के लिए भेजा गया है। पेड़ गिरने से घंटों ठप रहा आवागमन
खलीलाबाद-धनघटा में केरमुआ के पास रविवार को सुबह करीब छह बजे पुराना शीशम का पेड़ गिरने से आवागमन कइयों घंटे तक ठप रहा। इस दिन दोपहर के 12 बजे तक दोनों तरफ लंबी कतारें लगी रही। सूचना के बाद भी वन विभाग व पुलिस कर्मी मौके पर नहीं पहुंचे थे। इससे लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा।