साहब, बड़ी मुश्किल से छप्पर में कटती है रात
संतकबीरनगर सेमरियावां ब्लाक के ग्राम पंचायत मोहम्मदगढ के तीन राजस्व गांवों के लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक गरीबों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं मिल पाया है। हमें आवास उपलब्ध कराया जाए।
संतकबीरनगर: सेमरियावां ब्लाक के ग्राम पंचायत मोहम्मदगढ के तीन राजस्व गांवों के लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक गरीबों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं मिल पाया है। ये कई माह से आवास के लिए ब्लाक कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। अधिकारी इनकी पीड़ा पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। सभी गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिला दीजिए।
ग्राम पंचायत के आवास प्लस की सूची में 45 लाभार्थियों का नाम है। ग्राम पंचायत मोहम्मदगढ़ के राजस्व गांव मोहम्मदगढ, पचावां तथा मदना में 20 से अधिक ऐसे गरीब परिवार हैं, जिनकी रातें छप्पर में कट रही है। वहीं कुछ लोग जर्जर खपरैल में जीवन गुजर-बसर कर रहे हैं। पचावां के अलीहुसेन पुत्र इस्माइल छप्पर में रहते हैं। इनका कहना है कि लाकडाउन के समय वह मुंबई से लौटकर घर आ गए थे। अब बच्चों के लिए रोटी का इंतजाम करना ही कठिन है। पक्का मकान बनवाने में वह अक्षम हैं। कड़ाके की ठंड में छप्पर में बड़ी मुश्किल से रात कटती है। उनका नाम आवास की सूची में नहीं है। गांव की सितारा खातून, आबिद अली, संगीता, दुर्गावती देवी, पिकी देवी आदि ने भी इसी तरह अपनी पीड़ा सुनाई। इन सभी ने कहा कि ठंड में ठिठुरना व बरसात में पालीथीन पन्नी के सहारे रहना ही उनकी मजबूरी बन गई है। इन लोगों ने डीएम से प्रधानमंत्री आवास दिलाए जाने की मांग की है। परियोजना निदेशक-डीआरडीए प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि इसकी जांच कराई जाएगी। पात्रों का नाम जानबूझकर यदि छोड़ने की बात सामने आई तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी। पात्र लाभार्थियों को शीघ्र ही योजना का लाभ दिया जाएगा।