कुछ तो रही बात, पहले के अपने नहीं दिखे आसपास
नपा खलीलाबाद के अध्यक्ष पद के परिणामों को लेकर हुई पुनर्मतगणना के दौरान व परिणाम के बाद के हाल को जिले में बड़े परिवर्तन का संकेत माना जाने लगा है। हालांकि भाजपा जिलाध्यक्ष समेत किसी जिम्मेदार पदाधिकारी द्वारा इसे लेकर कुछ खुलकर नहीं कहा जा रहा है।
संतकबीर नगर: कहते हैं भाई यह तो राजनीति है, इसमें कोई भी स्थाई रूप से अपना या पराया नहीं होता है। समय की जरूरत जैसी पड़ी वैसे ही रंग भी बदलना पड़ता है, इसे मन पर नहीं लीजिए। जी हां यही हाल रहा बुधवार को खलीलाबाद नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद पर हुए चुनावों की पुनर्मतगणना के दौरान।
खलीलाबाद नगर पालिका परिषद के चुनाव में बसपा के जगत जायसवाल व भाजपा के श्याम सुंदर वर्मा के बीच कड़ा मुकाबला हुआ था। परिणाम भी एक सौ 59 मतों के अंतर का रहा। श्याम सुंदर वर्मा को यहां से जीत मिली थी। उनके साथ खलीलाबाद के कई विश्वासपात्र जो उनके चुनावी अभियान का संचालन कर रहे थे। इसमें से अनेक लोग कोर्ट के आदेश पर पुनर्मतगणना के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर के निकट भाजपा के पड़ाव में शामिल नहीं दिखे। अब अंदर खाने कुछ बात गंभीर रही या कोई अन्य कारण पर सुबह 10 बजते ही इसे लेकर चर्चाओं का दौर गरमा गया। धनघटा के विधायक व प्रदेश सरकार के मंत्री श्रीराम चौहान, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डा. धर्मेंद्र सिंह, मेंहदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल, युवा नेता वैभव चतुर्वेदी, भाजपा जिलाध्यक्ष बद्री प्रसाद यादव, नगर पंचायत मगहर की चेयरमैन संगीता वर्मा समेत बड़़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता पुनर्मतगणना आरंभ होने के पूर्व ही खलीलाबाद-मेंहदावल मार्ग पर स्थित लोक निर्माण विभाग के कार्यालय के बगल में जमा हो गए थे। यह लोग पल-पल की जानकारी पाने के लिए बेताब थे। बड़े परिवर्तन का संकेत दे रहा पुनर्मतगणना का परिणाम नपा खलीलाबाद के अध्यक्ष पद के परिणामों को लेकर हुई पुनर्मतगणना के दौरान व परिणाम के बाद के हाल को जिले में बड़े परिवर्तन का संकेत माना जाने लगा है। हालांकि भाजपा जिलाध्यक्ष समेत किसी जिम्मेदार पदाधिकारी द्वारा इसे लेकर कुछ खुलकर नहीं कहा जा रहा है। बावजूद इसके कहीं न कहीं पार्टी में दो धड़े सक्रिय होने की बात चर्चा में उठती रही।