बढ़ सकती है मछली पालकों की दिक्कत
मौसम के बदले रूख से मछली पालक परेशान हैं। तेज धूप व गर्मी की स्थिति इसी तरह कुछ दिनों तक और कायम रही तो दिक्कतें बढ़ सकती है।
संतकबीर नगर: मौसम के बदले रूख से मछली पालक परेशान हैं। तेज धूप व गर्मी की स्थिति इसी तरह कुछ दिनों तक और कायम रही तो दिक्कतें बढ़ सकती है। पट्टा अथवा निजी भूमि पर पाले गए मछलियों को जीवित रखने के लिए पानी चलाने की नौबत आ सकती है। गर्म पानी को बदलने की जरूरत पड़ सकती है, इसको लेकर ये चितित हैं।
क्या कहते हैं मछली पालक
मेंहदावल तहसील क्षेत्र के पकरीआराजी गांव के मछली पालक मो.तैयब ने कहाकि वे अपने गांव में निजी भूमि पर मछली पालन किए हुए हैं। इधर कुछ दिनों से तेज धूप पड़ रही है, गर्मी बढ़ गई है। पानी गर्म होने पर मछलियों के जीवन को खतरा रहता है। इसलिए पानी पर विशेष ध्यान दिया जाता है। फिलहाल उनके मछली पालन वाले तालाब में अपेक्षा के अनुरुप पानी है। यदि पारा बढ़ा तो तालाब में पानी चलाने व बदलने की नौबत पड़ सकती है।
809 पट्टा वाले तालाबों में मछली पालन
जनपद में कुल 2,417(क्षेत्रफल-2001.810 हेक्टेयर)तालाब हैं। इसमें 809 पट्टा(क्षेत्रफल-921.901 हेक्टेयर)वाले तालाबों में मछली पालन किया गया है। इसके अलावा निजी तालाबों में भी मछली पालन किया जा रहा है। मछली पालन के लिए नीली क्रांति सहित कई योजनाएं चल रही हैं। इसमें मछली पालकों को सब्सिडी के साथ-साथ मछली पालन के बारे में विभागीय अधिकारियों द्वारा बीच-बीच में जानकारी दी जाती है। मछली पालन वाले तालाबों के बारे में जानकारी ली जा रही है। फिलहाल स्थिति ठीक है लेकिन पारा बढ़ने पर दिक्कत हो सकती है। पानी भरने व बदलने की स्थिति आ सकती है।
वीपी सिंह,मुख्य कार्यकारी अधिकारी-मत्स्य
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