सत्य व धर्म के मार्ग पर चलने से मिलती है प्रभु की कृपा
भगवान भक्त वत्सल हैं। भगवान को पाने के लिए हम पूजा-पाठ, मंत्रों का जाप करते हैं। उसके बाद भी भगवान के दर्शन नहीं होते हैं। जरूरतमंदों को आगे बढ़कर मदद के लिए हाथ बढ़ाएंगे तो प्रभु आप पर कृपा ²ष्टि बनाए रखेंगे। उक्त बातें सोमवार को बखिरा के मदरहा काली मंदिर पर आयोजित सात दिवसीय शतचंडी महायज्ञ में तीसरे दिन सीतापुर की कथावाचक साध्वी निरंजना शुक्ला ने कही।
संतकबीर नगर: भगवान भक्त वत्सल हैं। भगवान को पाने के लिए हम पूजा-पाठ, मंत्रों का जाप करते हैं। उसके बाद भी भगवान के दर्शन नहीं होते हैं। जरूरतमंदों को आगे बढ़कर मदद के लिए हाथ बढ़ाएंगे तो प्रभु आप पर कृपा ²ष्टि बनाए रखेंगे।
उक्त बातें सोमवार को बखिरा के मदरहा काली मंदिर पर आयोजित सात दिवसीय शतचंडी महायज्ञ में तीसरे दिन सीतापुर की कथावाचक साध्वी निरंजना शुक्ला ने कही। कथा में भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन सुनाते कहा कि माखन चोरी करने के बाद माता से शिकायत करने जाने पर अचानक खुद कृष्ण वहां से गायब हो जाते हैं। खतरनाक राक्षसी पूतना जब कृष्ण को मारने के लिए आई तो कैसे प्रभु ने सब जान लिया और देखते ही देखते उसे ढेर किया।
इस मौके पर डा. चंद्रेशेखर पाठक, वीरेंद्र वर्नवाल, हनुमान पाठक, प्रहलाद यादव, राधेश्याम, विजय कुमार, राजदेव, सीताराम पाठक समेत अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।