ढोढ़ई के ग्रामीणों को नहीं मिली सुविधा
संतकबीर नगर:सेमरियावां क्षेत्र के ग्रामपंचायत ढोढ़ई के ग्रामीणों को बुनियादी सुविधा नहीं मिल पा रही
संतकबीर नगर:सेमरियावां क्षेत्र के ग्रामपंचायत ढोढ़ई के ग्रामीणों को बुनियादी सुविधा नहीं मिल पा रही है। गांव में न तो मच्छर मार दवा का छिड़काव कराया गया है। गांव की दलित बस्ती में नाली न होने से बरसात व घरों का गंदा पानी दरवाजों पर हफ्तों भरा रहता है। ग्रामीणों ने गांव में प्रशासन से जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने की मांग की है। गांव में आवास से लेकर विधवा, वृद्धा पेंशन व पेयजल की समस्या बनी हुई है। दलितों को गांव से बाहर निकलने के लिए संपर्क मार्ग की व्यवस्था नहीं है। दलित बस्ती के घरों का पानी निकलने के लिए नाली न होने से बरसात एवं घरों का निकला गंदा पानी दरवाजों पर जमा रहता है। जलजमाव से संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है लेकिन दवा का छिड़काव अभी तक नहीं कराया गया और न ही दवाईयां बांटी गई। ग्रामीणों ने प्रशासन से मौके की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।
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चुरेब -सरैया मार्ग बदहाल
चुरेब: सेमरियांवा ब्लाक अंतर्गत चुरेब -सरैया मार्ग बदहाल होने से राहगीरों का राह चलना मुश्किल हो गया है। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने प्रशासन से मार्ग को पिच कराने की मांग की है।सेमरियांवा क्षेत्रान्तर्गत सरैया से निकल कर दर्जनों गांवों को जोड़ते हुए गोरखपुर -लखनऊ राष्ट्रीय मार्ग से चुरेब में आकर मिलता है। मार्ग पिच न होने से राहगीरों का राह चलना दुश्वार हो गया है। राहगीरों की असुविधा को देखते हुए क्षेत्रीय ग्रामीणों ने प्रशासन से सड़क को ठीक कराने की मांग की है।
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रामजानकी मार्ग पर समस्या
धनघटा : तहसील से हो कर गुजरने वाला ऐतिहासिक राम जानकी मार्ग क्षतिग्रस्त होने से मुसीबत बढ़ गई है। हैसर से सिरसी खाजो होते हुए बसवारी गांव तक सड़क टूट गई है। इस समस्या के समाधान के लिए हैसर के लोगों ने धरना प्रदर्शन भी किया, लेकिन सड़क को ठीक करने की कोई कार्य नही किया गया। राम भरोस, खेलावन आदि लोगों का कहना है शिकायत के बाद भी ध्यान नही दिया जा रहा है।
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नट बस्ती में नही पहुंची विकास की किरण
जासं, धनघटा : तहसील धनघटा के बंडा बाजार की नट बस्ती का में सुविधाओं का अभाव है। गांव में विकास की रफ्तार मंद है।
ग्रामीणों को गांव के एक व्यक्ति के खेत से मेंड़ के रास्ते से हो कर उसके कृपा पर हो कर गुजरना पड़ता है। सबसे अधिक समस्या बारिस के समय होती है जब खेतों में पानी लग जाता है तो इनके लिए घर से निकलना कठिन हो जाता है। तो वही गांव के गरीब आज भी एक अदद आवास के
लिए तरस रहे है जब की पूरे देश में सरकार विकास का डंका पीट रही है। ग्रामीणो का कहना है कि इस गांव के विकास के लिए कभी किसी ने ध्यान नहीं दिया।
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गांव में सुविधाओं का अभाव
बखिरा : बघौली ब्लाक के ग्राम पंचायत ¨सहोंरवा मे सफाई कर्मियों के मनमानी से सफाई अभियान बेअसर साबित हो रहा है।गांव मे जगह- जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। गंदगी व जलजमाव से लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गंदगी से रोगों का खतरा बना हुआ है। शिकायत के बाद भी जिम्मेदारी बेपरवाह बने हुए है। रात्रि मे आने- जाने कीड़े-मकोडे का भय बना रहता है।
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