यहां हर पल जान का खतरा
संतकबीर नगर : नगर पालिका क्षेत्र में जर्जर तारों को बदला नहीं जा सका है। डायट कार्यालय के पीछे टीचर
संतकबीर नगर : नगर पालिका क्षेत्र में जर्जर तारों को बदला नहीं जा सका है। डायट कार्यालय के पीछे टीचर्स कालोनी-बंजरिया मार्ग पर हर समय लोगों का आवागमन रहता है। यहां सड़क के किनारे जहां जमीन पर बिजली का कटा केबल तार पड़ा है वहीं ट्रांसफार्मर पर सुरक्षा का अभाव है। मोहल्ले निकलकर नेदुला बाईपास पर मिलने वाली सड़क पर कुछ ही ऊंचाई पर नंगे बिजली के तार लटकने से खतरे की संभावना बनी है।
शहर में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर जर्जर तार, बांस-बल्ली व लटकते विद्युत तारों से विद्युत आपूर्ति की जा रही है। इससे हर समय
खतरे की स्थिति बनी हुई है। आए दिन तारों के आपस में टकराने विद्युत आपूर्ति बाधित होती रहती है। भार
बढ़ने के बाद भी तारों को बदला नहीं जा सका।
बंजरिया पूर्वी, पश्चिमी वार्ड, बरई टोला, पटखौली, सरौली, घोरखल मार्ग, जनता मार्ग आदि स्थानों पर जर्जर बांस-बल्ली तो जमीन से महज कुछ ही फिट की उंचाई पर विद्युत तार दौड़ाकर आपूर्ति की जा रही है, जिससे हर क्षण खतरा बना हुआ है। लटकते तारों को दुरूस्त करने के लिए शासनादेश के तहत तार बदलने को फरमान अभी भी ठंडे बस्ते में पड़ा है। जिला मुख्यालय होने के बावजूद शहर की विद्युत व्यवस्था बदहाली का शिकार है, क्योंकि जर्जर तारों
व पोलों पर क्षमता से दोगुना तिगुना का अधिक बोझ है। नई आबादी बसने के बाद अधिकांश लोगों बांस-बल्ली तो ऐसे-तैसे कनेक्शन ले रखा है। इससे दुर्घटना प्रबल संभावना बनी हुई है। नागरिकों को बार-बार लोकल फाल्ट की समस्या से जूझना पड़ रहा है, बावजूद इस समस्या के प्रति विभाग उदासीन बना हुआ है। उपभोक्ताओं को क्षमता से अधिक कनेक्शन दिया गया है। तारों के बोझ से आड़े तिरछे पोल से विद्युत ¨चगारी निकलने से अफरा-तफरी मचती रहती है।