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15 को क लेक्ट्रेट के सामने धरना देंगे शिक्षक

एचआर इंटर कालेज के प्रधानाचार्य रामकुमार सिंह पर हमले का मामला

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 11:08 PM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 11:08 PM (IST)
15 को क लेक्ट्रेट के सामने धरना देंगे शिक्षक
15 को क लेक्ट्रेट के सामने धरना देंगे शिक्षक

संतकबीर नगर : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (शर्मा गुट) के जिलाध्यक्ष हरिबख्श सिंह ने कहा कि शहर के हीरालाल रामनिवास इंटर कालेज के प्रधानाचार्य रामकुमार सिंह पर जानलेवा हमला निदनीय है। आरोपितों को 14 दिसंबर तक गिरफ्तार नहीं किए जाने पर 15 दिसंबर से शिक्षक कलेक्ट्रेट के सामने धरना देना शुरू कर देंगे।

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जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के सभागार में बैठक के दौरान जिलाध्यक्ष हरिबख्श सिंह ने कहा कि प्रधानाचार्य रामकुमार सिंह को राजनीतिक षड्यंत्र के तहत फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। उनके घर पर गुंडे हमला करके वाहन तोड़ रहे हैं। बालिका का लाई डिटेक्टर से जांच करवाया जाना चाहिए। विद्यालय को बदनाम करने के प्रयास का सदैव विरोध किया जाएगा। प्रधानाचार्य परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष ध्रुव चंद्र पाठक ने कहा कि प्रधानाचार्य पर हमला निदनीय है। उनका संगठन इसे लेकर चुप नहीं रहेगा। प्राथमिक शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष अंबिका देवी यादव ने कहा कि शिक्षक की गरिमा को ठेस पहुंचाने का प्रयास नहीं चलने पाएगा। माध्यमिक शिक्षकों के साथ मिलकर प्राथमिक शिक्षक भी धरने में शामिल होंगे। मौके पर अवध नारायण मिश्र, जहांगीर अंसारी, नवल किशोर तिवारी, ब्रजेश सिंह, राजदेव त्रिपाठी, उमेश चंद्र गौतम, राधेश्याम, रवि प्रकाश श्रीवास्तव, अरुण ओझा, वित्त विहीन शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष ब्रह्मादेव सिंह, स्नातक परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष अष्टभुजा सिंह, अनिल भाष्कर, पुनीत कुमार त्रिपाठी, सूर्य प्रकाश, इंद्रेश धर दूबे, अभिषेक, नरेंद्र कुमार पटेल समेत अनेक शिक्षक मौजूद रहे। शिक्षा के लिए बच्चों को तैयार करने की जानी विधि

संतकबीर नगर: नई शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर पूर्व प्राथमिक (प्री-प्राइमरी) शिक्षा देने की जानकारी के लिए सोमवार को कार्यशाला हुई। एचआरपीजी कालेज खलीलाबाद में बेसिक शिक्षा व बाल विकास विभाग से गतिविधि आधारित शिक्षण की जानकारी दी गई। आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को शिक्षा देने के विविध आयामों को बताया गया। प्रशिक्षकों ने माडल व कान्वेंट विद्यालयों की तर्ज पर आंगनबाड़ी केंद्रों में भी शिक्षा दिए जाने को सरकार का लक्ष्य बताया।

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के प्रभारी प्राचार्य ओंकार नाथ मिश्र ने कहा कि तीन से छह वर्ष आयु के बच्चों को सुरक्षित देखभाल का कार्य आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से होता है। बच्चों के आरंभिक ज्ञान को और अधिक रोचक बनाने के लिए नई शिक्षा नीति के आधार पर प्रशिक्षण से अर्जित ज्ञान का उपयोग करना होगा। खंड शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार त्रिपाठी ने आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को प्री-प्राइमरी की शिक्षा देने के लिए खिलौनों का प्रयोग करने के साथ ही उनके स्वस्थ मनोरंजन पर जोर दिया। डायट प्रवक्ता पुनीता धर द्विवेदी व त़ृप्ति श्रीवास्तव ने बच्चों को आकार, रंग, माडल के साथ खेल-खेल में शिक्षा देने की जानकारी दी। अकादमिक रिसोर्स पर्सन शरदेंदु प्रकाश पांडेय, भवानी शंकर मनोज पांडेय, अमरेश चौधरी ने प्राथमिक शिक्षा के लिए बच्चों को तैयार करने का उपाय सुझाया। इस मौके पर बाल विकास परियोजना अधिकारी, नोडल संकुल शिक्षक राजेश पांडेय , रेनू, संध्या, अपर्णा, शालिनी, प्रियंका पाठक, अनीता, इसरावती, धर्मेंद्र, आलोक सिंह, विजय बहादुर सहित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व नोडल शिक्षक उपस्थित रहे।


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