बच्चों के मनोभाव को जानकर करें शिक्षण
प्रभावी शिक्षण के लिए बचे के पूर्वज्ञान और उसके मनोभाव का आकलन करना आवश्यक है। शिक्षक को किसी एक नियम पर ही चलने के लिए बाध्य नहीं किया गया है। उनके द्वारा अपने स्तर से वह सभी गतिविधियों का प्रयोग किया जा सकता है जिससे बेहतर परिणाम सामने आ सके।
संतकबीर नगर: प्रभावी शिक्षण के लिए बच्चे के पूर्वज्ञान और उसके मनोभाव का आकलन करना आवश्यक है। शिक्षक को किसी एक नियम पर ही चलने के लिए बाध्य नहीं किया गया है। उनके द्वारा अपने स्तर से वह सभी गतिविधियों का प्रयोग किया जा सकता है जिससे बेहतर परिणाम सामने आ सके।
गुरुवार को सांथा ब्लाक संसाधन केंद्र पर शिक्षकों के पांच दिवसीय प्रशिक्षण का आरंभ हुआ। खंड शिक्षा अधिकारी अनूप त्रिपाठी और डायट के पर्यवेक्षक तथा प्रवक्ता ओंकार नाथ मिश्र ने यह बातें कही। प्रशिक्षक विपिन शुक्ल, भवानी शंकर और इंदुधर मिश्र ने विद्यालय विकास में सामुदायिक सहयोग विषय पर विस्तार से जानकारी दी। सभी ने इंटरनेट के माध्यम से भी शिक्षण और शिक्षा के प्रति प्रेरणा पैदा करने वाली सामग्री को एकत्र करके बच्चों के सामने प्रस्तुत करने को कहा। एनसीइआरटी द्वारा इसके लिए व्यापक रूप से व्यवस्था की गई है। 12 माड्यूल के माध्यम से इस प्रशिक्षण को पूरा किया जाएगा। इस दौरान जितेंद्र कुमार, विनोद राय समेत अनेक लोग मौजूद रहे।