सोशल मीडिया बना बधाई का माध्यम
सोमवार को ईद की नमाज कोरोना महामारी के चलते लोगों ने अपने घरों में पढ़ी। इस बार लोग ईद पर न गले मिले और न ही हाथ मिलाया। दूर से ही एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। अधिकतर लोग मोबाइल पर ही ईद की खुशियों को साझा किया। लोगों ने कहा कि यह पहली ईद है कि लोग पास होते हुए भी दूर-दूर हैं।
संत कबीरनगर : सोमवार को ईद की नमाज कोरोना महामारी के चलते लोगों ने अपने घरों में पढ़ी। इस बार लोग ईद पर न गले मिले और न ही हाथ मिलाया। दूर से ही एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। अधिकतर लोग मोबाइल पर ही ईद की खुशियों को साझा किया। लोगों ने कहा कि यह पहली ईद है कि लोग पास होते हुए भी दूर-दूर हैं।
कोरोना के चलते ईदगाह व मस्जिदें वीरान रहीं। ईदगाह व मस्जिदों में भी सीमित संख्या में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए नमाज अदा कर मुल्क की खुशहाली व तरक्की के लिए दुआ की गई। जनपद की सबसे बड़ी जामा मस्जिद सेमरियावां में जहां हजारों की संख्या लोग नमाज पढते थे, आज वहां पांच लोगों ने लॉकडाउन का पालन कर ईद की विशेष नमाज अदा की।
लोगों ने ईद की बधाई फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्वीटर पर दी। यूपी उलमा बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष शोएब अहमद नदवी, महामंत्री फुजेल अहमद नदवी, ब्लाक प्रमुख मुमताज अहमद, जिला पंचायत सदस्य मो. अहमद, शिक्षक जफीर अली ने कहा कि मुस्लिम समाज ने ईद पर दूरी बनाकर लॉकडाउन का पालन किया। यह मानवता की लड़ाई है। इस्लाम हमेशा लोगों के कल्याण के लिए काम किया है।