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सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने में सुस्ती बरकरार

जनपद में सीवरेज का कोई सिस्टम नहीं है। नगर पालिका परिषद खलीलाबाद में इस प्रणाली को स्थापित करने के लिए प्रस्ताव बना। मंजूरी और धन स्वीकृति के लिए यह प्रस्ताव शासन को भेजा गया। सर्वे टीम आयी और चली भी गयी। बस, इसके बाद कुछ नहीं हुआ। नगर पंचायत क्षेत्रों के लिए तो अब तक पहल तक नहीं हुई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 10:25 PM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 10:25 PM (IST)
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने में सुस्ती बरकरार

संतकबीर नगर: जनपद में सीवरेज का कोई सिस्टम नहीं है। नगर पालिका परिषद खलीलाबाद में इस प्रणाली को स्थापित करने के लिए प्रस्ताव बना। मंजूरी और धन स्वीकृति के लिए यह प्रस्ताव शासन को भेजा गया। सर्वे टीम आयी और चली भी गयी। बस, इसके बाद कुछ नहीं हुआ। नगर पंचायत क्षेत्रों के लिए तो अब तक पहल तक नहीं हुई है।

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आमी नदी में गंदा पानी बहाने पर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मई के पहले सप्ताह में नोटिस जारी किया है। जल निकासी के लिए हर साल योजनाएं बनती है। नाला सफाई के साथ करोड़ों के प्रस्ताव तैयार होते हैं, लेकिन जब बरसात का सीजन आता है तो सारी व्यवस्था फेल हो जाती है। संत कबीर की परिनिर्वाण स्थली मगहर नगर पंचायत क्षेत्र में भी सीवरेज सिस्टम नहीं है। आमी नदी में गंदा पानी गिरने से समस्या आ रही है। नागरिकों व अन्य संगठनों के धरना प्रदर्शन के बाद भी सीवरेज सिस्टम के लिए सार्थक पहल नहीं हो सकी।

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तीन माह के भीतर लगाना है प्लांट

सीवर की गंदगी सीधे नदी में बहाने पर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कार्रवाई की है। जनपद में नगर पालिका खलीलाबाद व नगर पंचायत मगहर के अधिशासी अधिकारी को सात मई 2018 नोटिस जारी हुई। इसमें तीन माह के भीतर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने का निर्देश मिला है।

नियंत्रण बोर्ड सदस्य सचिव अशीष तिवारी ने नगरीय निकाय एवं प्राधिकरण को प्रदूषण निवारण तथा नियंत्रण अधिनियम 1974 के तहत ट्रीटमेंट के बाद उसके निस्तारण की सहमति लेने का निर्देश नपा खलीलाबाद व नपं मगहर ईओ को दिया है। बोर्ड ने ब्यौरा तलब करते हुए एसटीपी के संबंध में विवरण मांगा गया।

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घरेलू मल-जल के शुद्धिकरण के लिए लगेगा एसटीपी

नगर पालिका खलीलाबाद द्वारा घरेलू मल-जल के शुद्धिकरण हेतु ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना का प्रयास किया गया है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य पर्यावरण अधिकारी को इसके लिए पूर्व में ही पत्र दिया था। हाल में चार अप्रैल को सूचनाएं देकर आवश्यक कार्य के लिए मार्ग दर्शन मांगा गया था। इसमें नपा खलीलाबाद से जनित घरेलू मल जल के आमी नदी के पहले सीवेज एसटीपी स्थापना के लिए राजस्व गांव चकपिहानी खलीलाबाद में 0.249 हेक्टेयर भूमि चिह्नित किया गया। अधिशासी अभियंता निर्माण खंड, जल निगम द्वारा आंकलन प्रस्तुत किया। इसकी लागत 14.90 करोड़ प्रस्तुत की गई। इसके लिए पांच सितंबर 2017 को विशेष सचिव को पत्र भेजा था।

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राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण में विचाराधीन

-आमी नदी के जल प्रदूषण के संबंध में नपा का वाद राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण नई दिल्ली में विचाराधीन है। जल प्रदूषण निवारण तथा नियंत्रण अधिनियम वर्णित प्राविधानों के अनुपालन में नपा ने अपना पक्ष भी रखा था।

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प्लांट लगाने के लिए हो रहा प्रयास

-सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए प्रयास किया जा रहा है। खलीलाबाद के चकपिहानी में भूमि चिह्नित की गई है। यहां प्लांट स्थापित करने के लिए नपा के पक्ष में संबंधित भूमि हस्तांतरित करने के लिए पत्र दिया गया। प्लांट के लिए बोर्ड से भी मार्गदर्शन लिया गया। कार्यदायी संस्था जल निगम से प्लांट लगेगा।

-बीना ¨सह

अधिशासी अधिकारी

नगर पालिका खलीलाबाद


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