कागजी रिपोर्ट में 18 घंटे, धरातल पर सिर्फ 12 घंटे बिजली; अधिकारी बताते हैं हैरान करने वाली वजह
विद्युत उप केंद्र हरिहरपुर इसका उदाहरण है। इस अंतर के बारे में बिजली विभाग के अधिकारी अनभिज्ञ बने हुए हैं। शिकायत के बाद भी इसकी जांच करवाना अधिकारी उचित नहीं समझ रहे हैं। जो रिपोर्ट रोजाना मिल रही है उसे ही सही ठहराते हैं।
संतकबीर नगर, जागरण संवाददाता। कागजी रिपोर्ट में जनपद के ग्रामीण क्षेत्र में 24 घंटे में 18 घंटे बिजली दी जा रही है, जबकि धरातल पर 24 घंटे में सिर्फ 12 घंटे ही बिजली मिल रही है। विद्युत उप केंद्र हरिहरपुर इसका उदाहरण है। इस अंतर के बारे में बिजली विभाग के अधिकारी अनभिज्ञ बने हुए हैं। शिकायत के बाद भी इसकी जांच करवाना अधिकारी उचित नहीं समझ रहे हैं। जो रिपोर्ट रोजाना मिल रही है, उसे ही सही ठहराते हैं।
उपभोक्ता के न मानने पर लोकल फाल्ट का बहाना बनाते हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो विद्युत उप केंद्र हरिहरपुर से जुड़े गांवों, कस्बों, मोहल्लों में इस वर्ष एक सितंबर को 17 घंटा 45 मिनट, दो सितंबर को 18 घंटा 15 मिनट, तीन सितंबर को 16 घंटा 45 मिनट, चार सितंबर को 15 घंटा, पांच सितंबर को 16 घंटा 15 मिनट, सात सितंबर को 17 घंटा 15 मिनट बिजली आपूर्ति की गयी।
24 घंटे में मिलती है 12 घंटे बिजली
इसी तरह इस वर्ष 27 अगस्त को 15 घंटा 15 मिनट, 28 अगस्त को 15 घंटा 30 मिनट, 29 अगस्त को 14 घंटा 45 मिनट, 30 अगस्त को 17 घंटा व 31 अगस्त को 17 घंटा 45 मिनट बिजली आपूर्ति की गयी। वहीं इस उप केंद्र से जुड़े देवरियागंगा गांव के बिजली उपभोक्ता बाबूलाल शर्मा व लवकुश शर्मा का कहना है कि 24 घंटे में मुश्किल से 12 घंटे बिजली मिलती है।
हल्की बारिश में भी कट जाती है बिजली
हल्की हवा बहने अथवा वर्षा होने पर तुरंत बिजली काट दी जाती है। वहीं तेज आंधी व वर्षा होने पर कई घंटे बिजली गुल रहती है। मौसम साफ रहने पर भी दिन में कई बार कटौती के बाद पांच घंटे वहीं रात में सात घंटे बिजली मिलती है। दूरभाष पर संपर्क करने पर कर्मी लोकल फाल्ट के चलते बिजली कटने की बात कहते हैं।
उपभोक्ताओं को बेहतर आपूर्ति मिले। इस पर वह विशेष ध्यान दे रहे हैं। उपभोक्ताओं से बिजली आपूर्ति के बारे में वह जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके बाद नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। -डीके लाल, अधीक्षण अभियंता