मार्ग बदहाल, राह चलना दुश्वार
संतकबीर नगर:क्षेत्र में दर्जन भर सड़कें क्षतिग्रस्त है। मरम्मत के अभाव में क्षतिग्रस्त सड़क टूटती चली
संतकबीर नगर:क्षेत्र में दर्जन भर सड़कें क्षतिग्रस्त है। मरम्मत के अभाव में क्षतिग्रस्त सड़क टूटती चली जा रही है। यहां जलजमाव होने से समस्या विकराल रूप ले रही है। आए दिन लोग टूटी सड़क पर गिरकर चुटहिल हो रहें हैं। शिकायत के बाद सड़क का मरम्मत न होने से ग्रामीणों में रोष है।
भुअरिया-उडसरा मार्ग बदहाल होने से पग-पग राह चलना दुश्वार हो रहा है। इंटर कालेज से अंबेडकर गांव पडोखर के साथ चिलौना, दलेलगंज आदि गांवों को जोड़ने वाला मार्ग क्षतिग्रस्त होने से विद्यार्थियों व ग्रामीणों को सांसत झेलनी पड़ रही है। हाइवे को जोड़न वाले मार्ग पर गड्ढ़ों का भराव करने का आश्वासन तो कई बार मिला लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसी के साथ सेमरियांवा ब्लाक अंतर्गत चुरेब -सरैया मार्ग बदहाल होने से राहगीरों का राह चलना मुश्किल हो गया है। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने प्रशासन से मार्ग को पिच कराने की मांग
की है। दर्जनों गांवों को जोड़ते हुए गोरखपुर -लखनऊ राष्ट्रीय
मार्ग से चुरेब में आकर मिलता है। मार्ग पिच न होने से राहगीरों का राह चलना दुश्वार हो गया है। राहगीरों की असुविधा को देखते हुए शरद चंद्र, रमेश चंद्र यादव, श्यामलाल, --
सड़क गड्ढे में तब्दील
चुरेब:बसडीला सेमरियावां पक्की सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है। इससे जहां राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ रही है वहीं दुर्घटनाओं की आशंका बन गई है।ब्लाक मुख्यालय से निकलकर दर्जनों गांव होते हुए अरबिया मदरसा बसडीला को जोड़ते हुए हाईवे पर मिलने वाली सड़क क्षतिग्रस्त है। 16 किमी लंबे मार्ग पर जगह-जगह छोटे-बड़े गड्ढे हैं। मार्ग पर सेमरियावां, डिगरामीर, तिलजा, सिसवा, अगया छाता, बसडीला, देवरिया लाल, इस्माइलपुर, थुरंडा, विशुनपुरा, रायपुर, अमावा-निमावा, मुस्तफाबाद, कौवाटार, छपिया उर्फ ढोका आदि गांवों के लोग दुर्गति क्षेल रहे हैं। चुरेब से सेमरियावां ब्लाक मुख्यालय को जोड़नेवाली सड़क क्षतिग्रस्त होने से रेलवे स्टेशन पर जाने वाले लोगों को भी परेशानी उठानी पड़ती है। इसी के साथ थुरंडा-ढोढइ-पचपोखरी बदहाल होने से राहगीरों को दुर्गति झेलनी पड़ रही है। सात किमी मार्ग पर लोगों का राह चलना दुश्वार हो रहा है। पचपोखरी बाजार में जाने वाली सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है। शिकायत के बाद भी सड़क न ठीक होने से रोष है।