अभी सऊदी अरब से नहीं आया रामलाल का शव
डेढ़ माह बाद भी सऊदी अरब से अनुसूचित जाति के 40 वर्षीय रामलाल का शव नहीं आया। बखिरा थानाक्षेत्र के चिट्ठापार गांव स्थित इस व्यक्ति के घर में पत्नी व ब'चों का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी ने कहाकि उनके पति घर की गरीबी दूर करने के लिए जुलाई-2018 में सऊदी अरब गए थे।
संतकबीर नगर: डेढ़ माह बाद भी सऊदी अरब से अनुसूचित जाति के 40 वर्षीय रामलाल का शव नहीं आया। बखिरा थानाक्षेत्र के चिट्ठापार गांव स्थित इस व्यक्ति के घर में पत्नी व बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी ने कहाकि उनके पति घर की गरीबी दूर करने के लिए जुलाई-2018 में सऊदी अरब गए थे। वे जिस फर्म में काम करते थे, वहां से एक पत्र आया कि इनकी सऊदी अरब के अस्पताल में उपचार के दौरान 25 सितंबर 2018 को मौत हो गई है। वे तब से इस जिले के अधिकारियों के पास दौड़ लगा रहे हैं लेकिन अभी तक दाह संस्कार क्रिया करने के लिए शव नहीं मिला।
सऊदी अरब में मरे रामलाल के पिता गुरूशरण व माता बिपता देवी की मृत्यु हो चुकी है। इनके घर में 40 वर्षीय पत्नी सुमित्रा देवी, 26 वर्षीय शादीशुदा बेटी खुशबू, अविवाहित 18 वर्षीय बेटी निशां, 14 वर्षीय बेटे प्रमोद कुमार व आठ वर्षीय लवकुश हैं। रामलाल की मौत के बाद से इस परिवार के सदस्य दो वक्त का भोजन नहीं ले पा रहे हैं। दिन-रात आंसू बहा रही पत्नी किसी तरह बच्चों को संभाल रही हैं। इस गरीब परिवार की खुशियां छीन उठीं है। दिवंगत पति की लाश को पाने के लिए पत्नी डीएम सहित अन्य अधिकारियों के दफ्तरों का चक्कर लगा रहीं हैं। फिलहाल इसका कोई असर नहीं पड़ा है। दाह संस्कार के लिए रामलाल का शव सऊदी अरब से कब आएगा, कुछ कहा नहीं जा सकता। जिलाधिकारी भूपेंद्र एस चौधरी ने कहा कि पीड़ित परिवार के सदस्य उनसे संपर्क करें। शव क्यों नहीं दिया जा रहा है, इसके बारे में जानकारी प्राप्त की जाएगी।सऊदी अरब में स्थित भारतीय राजदूतावास से सहयोग प्राप्त करने के लिए पत्र भेजा जाएगा।
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