राशन कार्ड में अनियमितता की होगी जांच, कार्रवाई का निर्देश
मेहदावल में राशन कार्ड बनाने में घोर लापरवाही बरती जा रही है। पात्र लोगों के नाम से राशन कार्ड न जारी करके अपात्रों के नाम से राशन कार्ड जारी किया जा रहा है। जागरण ने 15 सितंबर को मेहदावल में राशन कार्ड बनाने के नाम पर चल रहा खेल शीर्षक के साथ प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित की थी। खबर का मेहदावल विधायक राकेश ¨सह बघेल व जिला आपूर्ति अधिकारी शशिकांत तिवारी ने संज्ञान लिया है। विधायक ने इस मामले में डीएसओ से कड़ा एतराज जाहिर किया था। विधायक के कड़े रुख को देखते हुए डीएसओ ने आपूर्ति निरीक्षक मेहदावल को पत्र जारी करते हुए मामले की जांच करने का निर्देश दिया है।
संतकबीर नगर : मेहदावल में राशन कार्ड बनाने में घोर लापरवाही बरती जा रही है। पात्र लोगों के नाम से राशन कार्ड न जारी करके अपात्रों के नाम से राशन कार्ड जारी किया जा रहा है। जागरण ने 15 सितंबर को मेहदावल में राशन कार्ड बनाने के नाम पर चल रहा खेल शीर्षक के साथ प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित की थी। खबर का मेहदावल विधायक राकेश ¨सह बघेल व जिला आपूर्ति अधिकारी शशिकांत तिवारी ने संज्ञान लिया है। विधायक ने इस मामले में डीएसओ से कड़ा एतराज जाहिर किया था। विधायक के कड़े रुख को देखते हुए डीएसओ ने आपूर्ति निरीक्षक मेहदावल को पत्र जारी करते हुए मामले की जांच करने का निर्देश दिया है। जांच के बाद लापरवाह कर्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। एक माह पूर्व मेहदावल के विधायक राकेश ¨सह बघेल द्वारा मेहदावल के कुसौना कला गांव में चौपाल लगाई गई थी जिसमें करीब 75 लोग पात्र होने के बावजूद राशन कार्ड से वंचित पाए गए। विधायक ने पात्रों की सूची आपूर्ति निरीक्षक को सौंपते हुए राशन कार्ड जारी करने को कहा था। इसके बाद आपूर्ति विभाग ने सभी लोगों का नाम फीड करा दिया लेकिन एक माह से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद जब राशन कार्ड जारी नहीं हुआ। विभाग से पता चला कि सभी नाम काट दिए गए। विधायक ने 17 सितंबर को जिले के दौरे पर आए खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री से लापरवाही को लेकर शिकायत दर्ज कराई। डीएसओ ने विधायक से कहा था कि दोषी कर्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
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कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की तैयारी में तो नहीं विभाग
राशन कार्ड बनाने में चल रहे खेल के बारे में खबर प्रकाशित होने के बाद महकमे के लोग कार्रवाई की बात तो कर रहे हैं और इसके लिए पत्र भी डीएसओ ने जारी किया है। राशन कार्ड के लिए नाम फीड होने के बाद यह किसके कहने पर काटा गया तथा डाटा फीड करने का कार्य निजी संस्था के लोग करते है जिस पर एफआइआर दर्ज कराना तर्कसंगत नहीं होगा। अगर आपूर्ति निरीक्षक पर कार्रवाई होती है तो मामले की जांच डीएसओ को खुद करनी चाहिए। अगर आपूर्ति निरीक्षक मामले में दोषी हैं तो वह खुद कार्रवाई कैसे कर सकते हैं।
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विभाग अगर इस मामले में कड़ी कार्रवाई नहीं करेगा तो शासन स्तर से उच्चस्तरीय जांच करवाने का अनुरोध करूंगा। चौपाल में पात्र साबित होने के बाद डाटा फीड हुआ और फिर नाम काट दिए गए। आखिर यह किसके कहने पर हुआ इसकी जांच होनी चाहिए।
राकेश ¨सह बघेल
विधायक, मेहदावल
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सख्त कार्रवाई होगी
राशन कार्ड बनाने में बरती गई अनियमितता को लेकर महकमा गंभीर है। आपूर्ति निरीक्षक को जांच सौंपी गई है। अगर कार्रवाई नहीं हुई है तो उनसे स्पष्टीकरण लिया जाएगा।
शशिकांत त्रिपाठी
जिला आपूर्ति अधिकारी
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