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मेंहदावल- बौधरा मार्ग पर बाढ़ का पानी, आवागमन ठप

सरयू नदी के बाद अब राप्ती नदी भी खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है। मेंहदावल के कछार क्षेत्र में बहने वाली राप्ती का जलस्तर शुक्रवार को 79.7 मीटर पहुंच गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Jul 2020 10:17 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jul 2020 10:17 PM (IST)
मेंहदावल- बौधरा मार्ग पर बाढ़ का पानी, आवागमन ठप

संत कबीरनगर : सरयू नदी के बाद अब राप्ती नदी भी खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है। मेंहदावल के कछार क्षेत्र में बहने वाली राप्ती का जलस्तर शुक्रवार को 79.7 मीटर पहुंच गया। नदी के खतरे का निशान 79. 5 मीटर है। मेंहदावल से बौधरा बाबा जाने वाली लगभग 10 किमी लंबी सड़क पूरी तरह से पानी में डूब गई है। इस सड़क पर आवागमन ठप हो गया है। इस मार्ग से लगभग 50 गांवों का आवागमन होता है। नदियों का जल स्तर बढ़ने से ग्रामीणों में दहशत है। जिले में आमी नदी भी उफान पर है।

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नदी के दबाव से सबसे अधिक खतरा 19.2 किमी लम्बे करमैनी-बेलौली बांध पर बना हुआ है। बांध के आसपास बसे गांव करमैनी, बेलौली, तिवारीपुर, नॉगो, बढया, विशुनपुर, छपिया, घुरापाली आदि गांवों के ग्रामीण चिंतित हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि अभी भी कई स्थानों पर रेनकट और रैटहोल मौजूद हैं, जो बांध की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं। मेंहदावल के अलावा सांथा, बेलहर ब्लाक के भी 40 से अधिक गांव पानी से घिर गए हैं। पशुपालकों के सामने चारे का संकट पैदा हो गया है। ---------------

नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए तैयारियां पूरी हैं। प्रशासन किसी भी परिस्थितियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

नवीन श्रीवास्तव, एसडीएम, मेंहदावल।


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