अभिलेखों का मिलान करके जाना मिशन प्रेरणा कार्य की प्रगति
वार्डेन प्रतिभा सिंह ने बेटियों के बारे में जानकारी ली। शिक्षक अर्चना श्रीवास्तव गीता सिंह प्रेमलता हेमलता चौधरी नीलिमा के शिक्षण कार्य को देखा। इसके बाद टीम बीआरसी पहुंचकर कार्यालय में फाइलों के रख-रखाव के साथ पठन-पाठन व संचालित कार्यक्रमों का लेखा जोखा तैयार किया।
संतकबीर नगर: राज्य परियोजना कार्यालय से नामित टीम का निरीक्षण पांचवें दिन भी जारी रहा। गिरि विकास अध्ययन संस्थान की तीन सदस्यीय टीम ने खलीलाबाद के कस्तूरबा बालिका विद्यालय व ब्लाक संसाधन केंद्र (बीआरसी) पर पहुंचकर अभिलेखों की जांच की। विभागीय योजनाओं के प्रगति की समीक्षा करके मूल्यांकन व सत्यापन करके ब्यौरा तैयार किया।
डा. आरके जायसवाल के नेतृत्व में टीम कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका खलीलाबाद पहुंची। यहां पर सघन निरीक्षण किया। विद्यालय में बेटियों की रहने व खाने-पीने की व्यवस्था व कक्षाओं में पहुंच कर शैक्षिक गुणवत्ता जाना। भवन व कक्षाओं में फोटाग्राफ्स लेकर बारी-बारी से एक-एक अभिलेख का मिलान किया। खामियों को सुधारने व शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने का सुझाव दिया।
वार्डेन प्रतिभा सिंह ने बेटियों के बारे में जानकारी ली। शिक्षक अर्चना श्रीवास्तव, गीता सिंह, प्रेमलता, हेमलता चौधरी, नीलिमा के शिक्षण कार्य को देखा। इसके बाद टीम बीआरसी पहुंचकर कार्यालय में फाइलों के रख-रखाव के साथ पठन-पाठन व संचालित कार्यक्रमों का लेखा जोखा तैयार किया। खंड शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार त्रिपाठी से प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की संख्या, आनलाइन शिक्षा व वर्तमान में आने वाले
बच्चों के बारे में जानकारी ली। बच्चों के पेयजल की सुविधा, विद्यालय में मूलभूत सुविधा व मिशन प्रेरणा के कार्यों की विस्तार समीक्षा की। टीम में शामिल दिनेश कुमार व सुग्रीव ने अकादमिक रिसोर्स पर्सन मनोज कुमार पांडेय, अमरेश चौधरी, शरदेंदु प्रकाश, भवानी शंकर श्रीवास्तव, चंद्रशेखर मिश्रा से कार्ययोजनाओं से संबंधित जानकारी ली। टीम प्रभारी डा. आरके जायसवाल ने कहा कि बघौली, हैंसर, नाथनगर व खलीलाबाद बीआरसी के साथ दो कस्तूरबा विद्यालयों में जांच की गई है। आख्या उच्चाधिकारियों को दी जाएगी।
शिकायतों के निस्तारण में जिले को 12वीं रैंक
इंटीग्रेटेड ग्रिवेंस रीड्रेलस सिस्टम (आइजीआरएस) की रिपोर्ट आ गई है। शिकायतों के निस्तारण में संतकबीर नगर जिले को सूबे में 12वीं रैंक मिली है। वहीं बस्ती को 74, सिद्धार्थनगर को 24, गोरखपुर को 57, देवरिया को 60, महराजगंज को 58 व कुशीनगर जिले को 36वीं रैंक मिली है। बस्ती व गोरखपुर मंडलों में संतकबीर नगर का प्रदर्शन सबसे अच्छा है।
शासन ने फरियादियों की समस्या के गुणवत्ता के साथ समय-सीमा के अंदर निस्तारण करने के लिए आइजीआरएस की व्यवस्था की है। शासन स्तर पर हर माह प्राप्तांक के आधार पर जनपदवार रैंक प्रदान की जाती है। इसमें डीएम व एसपी के जनता दर्शन, संपूर्ण समाधान दिवस एवं संपूर्ण थाना समाधान दिवस में फरियादियों द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले मामले, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री संदर्भ, सहज जनसेवा केंद्र के जरिए मिलने वाली आनलाइन शिकायतों के अलावा अन्य मामलों की आनलाइन फीडिग व निस्तारण रिपोर्ट अपलोड की जाती है। किसे-कितने दिन के अंदर निस्तारित किया गया, इसकी आनलाइन जांच की जाती है। इसके बाद अंक प्रदान किया जाता है।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि प्रयास यही है कि यह जिला सदैव सूबे में टाप टेन में शामिल रहे। इसके लिए सभी विभागाध्यक्षों को बेहतर प्रदर्शन करना होगा, तभी यह उपलब्धि हासिल हो पाएगी।