आलू,मटर,दाल भी महंगा, गरीब तबका परेशान
जिलाधिकारी रवीश गुप्त ने कहा है कि इसकी जांच की जाएगी। अधिक कीमत लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
संतकबीर नगर: गरीब तबके के लोग सस्ता होने की वजह से मटर की दाल और आलू की सब्जी से पेट भरते थे। देशव्यापी लॉकडाउन में यह भी महंगी हो गई है। अलग-अलग स्थानों पर इसका अलग-अलग मूल्य वसूला जा रहा है। कारोबारियों की मनमानी पर नियंत्रण पाने में जिला प्रशासन नाकाम साबित हुआ है। यही स्थिति आगे भी कायम रही तो इन तबके के लोगों को शायद यह भी नसीब नहीं होगी। इससे भूखमरी की नौबत आ सकती है।
जनपद मुख्यालय से दक्षिण छह किमी की दूरी पर देवरियागंगा में किराना की दुकान में 10 से 12 रुपये में मिलने वाला सफेद आलू 18 रुपये में, 13 से 14 रुपये में मिलने वाला लाल आलू 20 रुपये में, 60 से 62 रुपये में मिलने वाला मटर दाल 70 रुपये में, 55 से 60 रुपये में मिलने वाला चना दाल 70 रुपये में, 18 से 20 रुपये में मिलने वाला प्याज 30 रुपये में, 33 से 34 रुपये में मिलने वाली चीनी 40 रुपये, 110 रुपये में मिलने वाला फार्चून रिफाइंड आयल 130 रुपये में, पांच रुपये में मिलने वाला मैरी गोल्ड बिस्किट आठ रुपये में, पांच रुपये में मिलने वाला पारले बिस्किट छह रुपये में बिक रहा है। इसी तरह अन्य खाद्य वस्तुओं की कीमत वसूल रहे हैं। यही स्थिति खलीलाबाद-धनघटा राजकीय राजमार्ग पर घोरखल, केरमुआ, पायलपार, नौरंगिया, मैनसिर सहित अन्य स्थानों की है। प्रशासन अथवा पुलिस कर्मियों के दुकान पर पहुंचने पर यहां के कारोबारी इन्हें कम दर बताकर अपनी गर्दन बचाते हैं। ऐसा करके ये इन्हें आंखों में धूल झोंक रहे हैं। लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए मनमानी कीमत वसूल रहे है।
जिलाधिकारी रवीश गुप्त ने कहा है कि इसकी जांच की जाएगी। अधिक कीमत लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।