जल्द जेल की सलाखों में होंगे तीन इनामी बदमाश
टाप हिस्ट्रीशीटरों की आपराधिक कुंडली खंगाली जा रही है। एसओ पर जानलेवा हमला करने वाले समेत तीन इनामी बदमाशों की तलाश जारी है।
संत कबीरनगर : कानपुर में हिस्ट्रीशीटर के हमले में आठ पुलिस कर्मियों के मौत की घटना से जिले का पुलिस महकमा संवेदनशील हो उठा है। टाप हिस्ट्रीशीटरों की आपराधिक कुंडली खंगाली जा रही है। एसओ पर जानलेवा हमला करने वाले समेत तीन इनामी बदमाशों की तलाश जारी है। पुलिस का दावा है कि इन्हें जल्द गिरफ्तार करके जेल भेज दिया जाएगा।
वर्ष 2018 में हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ 11 केस दर्ज हुए थे। जबकि 2019 में 43 हिस्ट्रीशीटरों पर 12 केस व 2020 में अब तक 67 हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ 16 केस दर्ज किए गए हैं। इसमें 34 ऐसे अपराधी हैं, जिनके खिलाफ दस या इससे अधिक मुकदमें दर्ज हैं। इसके इतर धनघटा थाने के तत्कालीन एसओ रणधीर मिश्र पर जिगिना गांव में दो नवंबर 2019 को फायरिग कर घायल कर देने वाले आजमगढ़ जिले के दस हजार इनामी बदमाश आसिफ पुत्र शौकत और दुष्कर्म के मामले में बरांव गांव के पांच हजार के इनामी बदमाश को भी धनघटा पुलिस अभी तक दबोच नहीं पाई है। वहीं महुली गांव के निवासी 15 हजार इनामी बदमाश ओम प्रकाश उर्फ टाइगर महुली पुलिस के पकड़ से बाहर हैं। ये हैं जिले के टाप टेन अपराधी कोतवाली खलीलाबाद थानाक्षेत्र के मोतीनगर निवासी महताब आलम, अंसार टोला निवासी जान मोहम्मद उर्फ जानू, दुधारा थानाक्षेत्र के साफियाबाद के निवासी मो. ताहिर व इशहाक, धनघटा थानाक्षेत्र के नेतवापुर के मुजीबुर्रहमान, धुसवा गांव के रामजीत उर्फ झिनक, महुली थानाक्षेत्र के महोबरा गांव के शैलेष यादव, सेंदूरिया गांव के शिवम यादव, मेंहदावल थानाक्षेत्र के नौदरी के पिटू उर्फ रणवीर सिंह तथा बखिरा थानाक्षेत्र के सिहटीकर गांव के सूरज सिंह आदि दस अपराधी टाप टेन में शामिल हैं।
------------------
गोपनीय सूचना तंत्र को और मजबूत किया जा रहा है। जिले में जितने भी हिस्ट्रीशीटर हैं, उनकी आपराधिक गतिविधियों व रिकार्ड के बारे में जानकारी प्राप्त की जा रही है। जल्द ही इनामी सहित अन्य चर्चित अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा।
ब्रजेश सिंह-एसपी