ईंट बिक्री करने की मिली इजाजत
लॉकडाउन के दौरान भट्ठों से ईंट की बिक्री नहीं हो पा रही थी। गैर प्रांतों से आए मजदूरों को भुगतान मिलने के साथ ही भट्ठा कारोबारियों को भी संकट का सामना करना पड़ रहा था।
संत कबीरनगर: लॉकडाउन के दौरान भट्ठों से ईंट की बिक्री नहीं हो पा रही थी। गैर प्रांतों से आए मजदूरों को भुगतान मिलने के साथ ही भट्ठा कारोबारियों को भी संकट का सामना करना पड़ रहा था। विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे ने गुरुवार को भट्ठा कारोबारियों के साथ जिलाधिकारी से मिलकर वार्ता की। डीएम ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए ईंट की बिक्री करने की अनुमति दे दी।
विधायक के नेतृत्व में जिला ईट निर्माता समिति के अध्यक्ष रवि उदयपाल,महामंत्री दिनेश सिंह एवं उपाध्यक्ष रामअशीष उपाध्याय जिलाधिकारी रवीश गुप्त से मिले। सभी ने बताया कि एक भट्टे पर 100 से ज्यादा बाहरी मजदूर कार्य करते हैं। मजदूरी एवं भोजन व्यवस्था के साथ ही ईंट पकाने में लगभग 40 हजार रुपये प्रति सप्ताह खर्च आता है। ईंट की बिक्री नहीं होने से बाहरी मजदूरों को रोक पाना मुश्किल होगा। जिलाधिकारी ने जिले के अंदर ही और ट्राली पर एक ड्राइवर और एक मजदूर रखकर ईंट की बिक्री करने की अनुमति दी। डीएम से मंजूरी मिलने के बाद ईंट भट्ठा संघ के पदाधिकारियों ने विधायक जय चौबे और जिला प्रशासन की सराहना की।