खोलेंगे बेटियों के खाते, माता-पिता होंगे चितामुक्त
प्रधान का दस्तखत व मुहर युक्त जन्म प्रमाण पत्र भी मान्य है।
संत कबीरनगर: डाकघर के अधिकारी सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटियों का खाता खोलने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। ऐसा करके वे इनके माता-पिता को शिक्षा, शादी के खर्च से चितामुक्त करना चाहते हैं। इसके लिए चले अभियान में अब तक इस योजना के तहत हैंसर, मगहर, खलीलाबाद, गनपतगंज, धनघटा, नाथनगर आदि जगहों में खुले डाकघरों से खाता खोलने के लिए 405 आवेदन प्राप्त हुए हैं। दो से तीन दिन में ये खाते खुल जाएंगे।
खलीलाबाद शहर के बरदहिया बाजार के निकट स्थित उप डाकघर में शुक्रवार को डाकघर बस्ती के अधीक्षक पारसनाथ पहुंचे। उन्होंने यहां पर सहायक अधीक्षक खलीलाबाद उप मंडल-संतोष कुमार सिंह, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आइपीपीबी) के मैनेजर अंकुर खंडेलवाल, उप डाक पाल खलीलाबाद-हरिश्चंद्र वर्मा के साथ विचार-विमर्श किया। बस्ती के अधीक्षक ने कहा कि वर्तमान में डाकघरों में सर्वाधिक 8.5 फीसद ब्याज वरिष्ठ नागरिक बचत खाता पर दी जा रही है। सुकन्या समृद्धि खाते पर 8.4 फीसद, राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) पर 7.9 फीसद, किसान विकास पत्र (केवीपी) पर 7.6 फीसद ब्याज दी जा रही है। एक से 10 साल तक की बच्चियों के लिए न्यूनतम 250 रुपये में सुकन्या समृद्धि का खाता खुल रहा है। जमा की कोई सीमा नहीं। एक साल में सिर्फ एक बार जमा कर सकते हैं। अधिकतम डेढ़ लाख रुपये एक साल में जमा कर सकते हैं। बच्ची का जन्म प्रमाण व माता अथवा पिता के अलावा बच्ची का पासपोर्ट साइज का फोटो, आधार कार्ड की छाया प्रतिलिपि लगाना होता है। प्रधान का दस्तखत व मुहर युक्त जन्म प्रमाण पत्र भी मान्य है। अधिकतम डेढ़ लाख रुपये एक साल में जमा कर सकते हैं। बेटी के 18 साल होने पर उसकी पढ़ाई के लिए आधा व 21 साल होने पर पूरा पैसा व्याज सहित निकल जाएगा। वर्तमान दर पर एक हजार रुपये प्रतिमाह 15 साल तक जमा करने पर ब्याज समेत पांच लाख 70 हजार 205 रुपये मिलेंगे।