डेढ़ अरब राजस्व देने वाले विभाग के पास कागज का पैसा नहीं
हर साल लगभग डेढ़ अरब रुपये राजस्व देने वाले बिजली विभाग के पास कागज काटेज के लिए पैसा नहीं है। चार माह से स्टेशनरी के मद में बजट न मिलने से यह दिक्कत है।
संत कबीरनगर: हर साल लगभग डेढ़ अरब रुपये राजस्व देने वाले बिजली विभाग के पास कागज, काटेज के लिए पैसा नहीं है। चार माह से स्टेशनरी के मद में बजट न मिलने से यह दिक्कत है। विभागीय काम प्रभावित न हो, इसके लिए विभाग के कर्मी स्वयं के पैसे से कागज, काटेज मंगवा रहे हैं। केवल यही नहीं इस विभाग के कर्मी कई और समस्या भी झेल रहे हैं, जैसे-
170 कर्मियों को नहीं मिला वेतन
विभाग में अधिकारी व कर्मचारी कुल 170 कर्मी तैनात हैं। वेतन उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड से सीधे इनके बैंक खाते में आता है। हर माह एक तारीख तक वेतन मिल जाना चाहिए लेकिन इस माह 18 दिन गुजर गए अभी तक वेतन नहीं मिला। इसके पहले कभी पांच तो कभी आठ तारीख में वेतन का पैसा आ जाता था।
बांस की सीढ़ी की सहारा
बिजली विभाग के लाइनमैन तार बदलने, जोड़ने सहित अन्य काम करने के लिए बांस की सीढ़ी का उपयोग लंबे समय से कर रहे हैं। गैर जनपदों में बिजली विभाग के पास इसके लिए वाहन है, इसमें अत्याधुनिक सीढ़ी है, जो जरूरत के हिसाब से छोटी और बड़ी की जा सकती है।
जनपद की ये है स्थिति
कुल आबादी : लगभग 18 लाख
विद्युत कनेक्शनधारी : लगभग 2.52 लाख
मीटर वाले उपभोक्ता : लगभग 2.17 लाख
बगैर मीटर वाले उपभोक्ता: लगभग 35 हजार
खंड कार्यालय : खलीलाबाद व मेंहदावल
उप खंड कार्यालय: खलीलाबाद टाउन, धनघटा व हरिहरपुर चार माह से स्टेशनरी मद में बजट नहीं आया है, इससे कागज-काटेज की दिक्कत है। कर्मियों के खाते में वेतन का पैसा फिलहाल नहीं आया है। जो संसाधन विभाग के पास है, उससे कर्मी काम कर रहे हैं।
आरके सिंह-एक्सईएन खलीलाबाद