मोहर्रम की तैयारियां शुरू, बजेगा ढोल व ताशा
संतकबीर नगर : मोहर्रम को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। परंपरागत ढंग से कार्यक्रम करने की व्यवस्था
संतकबीर नगर :
मोहर्रम को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। परंपरागत ढंग से कार्यक्रम करने की व्यवस्था बनाई जा रही है। पहली तारीख से ही मोहब्बत एवं इंसानियत का पैगाम देकर हजरत इमाम और उनके साथियों को याद करने का सिलसिला प्रारंभ होगा। हजरत की याद में आंखे नम होंगी।
चांद का दीदार होने के बाद से इस्लामी कलेंडर के आगाज होने पर इंसानियत व मुल्क की तरक्की के संदेश दिए जाएंगे।
मोहर्रम की पहली तारीख से फातेहा पढ़कर ढोल-तासा भी बजाया कर हजरत इमाम और उनके बहत्तर सार्थियों को याद किया जाएगा। गम में मातमी जुलूस मजलिसों के साथ तैयारियां जोर पकड़ने लगी है। तारीख पर को मजलिस व कुरानख्वानी होगी। दसवें दिन बारह अक्टूबर को ताजिया जुलूस निकालेगा।
हाफिज माजिद अली कहा कि अरबी माह के दिनों पर ही चांद की तस्दीक होती है। 29 दिनों का माह हुआ तो 22 सितंबर अन्यथा 30 दिनों पर 23 सितंबर से मोहर्रम शुरू होगा। रोशनी डालते कहा कि इस्लाम मोहब्बत व इंसानियत का पैगाम देता है। कर्बला की यादें आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है। मौलाना सेराज, मुफ्ती अफरोज ने बताया कि सन 61 हिजरी में कर्बला के तपते मैदान में हजरत इमाम और उनके 72 साथियों ने कुर्बानी दी थी। उसी समय से 10 पहली से दसवीं तक मातमी जुलूस निकलता है।