मरीजों से धनउगाही पर भड़के मंत्री, जांच के आदेश
जिले के प्रभारी मंत्री रवींद्र जायसवाल ने मंगलवार को जिला संयुक्त चिकित्सालय का निरीक्षण किया।
संतकबीरनगर: जिले के प्रभारी मंत्री रवींद्र जायसवाल ने मंगलवार को जिला संयुक्त चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने इमरजेंसी, पीआइसीयू, पर्ची काउंटर, जनरल वार्ड समेत अस्पताल का हर कोना देखा। मंत्री को अपने बीच पाकर मरीज और उनके परिजनों ने अस्पताल की बखिया उधेड़कर रख दी। तीन से दिन से सर्जन के अनुपस्थित रहने की शिकायत की। सभी ने कहा कि लगातार तीन दिन से अस्पताल आ रहे हैं, हर दिन उन्हें अगले दिन आने को कहा जा रहा है। इसके साथ ही अस्पताल में दलालों की दबंगई और मरीजों से धनउगाही की शिकायत भी हुई। मंत्री ने सभी मामलों की जांच के लिए जिलाधिकारी को एक कमेटी बनाने का निर्देश देते हुए रिपोर्ट उन्हें प्रस्तुत करने को कहा।
प्रभारी मंत्री सबसे पहले इमरजेंसी कक्ष में पहुंचे, जहां सड़क हादसे में घायल अमरनाथ का हाल पूछा। उसके बाद पर्ची काउंटर पर पहुंचे और पूछा कि अभी तक कितने मरीजों की पर्ची कटी है। वहां मौजूद कर्मी ने बताया कि आज बारह सौ मरीजों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। पीआइसीयू वार्ड में भर्ती मरीजों व एसएनसीयू वार्ड को भी देखा। जनरल वार्ड में भर्ती राम उजागिर से उन्होंने पूछा कि दवा अस्पताल से मिल रही या बाहर से खरीद रहे हैं। उनका जवाब था, कुछ दवाएं बाजार से खरीदनी पड़ी। खलीलाबाद के राजेंद्र ने मंत्री से कहा कि बेटे किशन का आपरेशन करवाने के लिए वह तीन दिन से अस्पताल आ रहे हैं लेकिन सर्जन नहीं मिल रहे हैं। महिला वार्ड में पहुंचे मंत्री को वहां बताया गया कि प्रसूताओं को प्राइवेट नर्सिग होम में भर्ती किया जाता है। आपरेशन कराने वाले मरीजों से चिकित्सकों द्वारा धनउगाही की जाती है। शिकायतों पर भड़के मंत्री ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. वाइपी सिंह को सुधरने की चेतावनी दी।