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विधायक बदले तो रुक गया विधायक निधि से भुगतान, संतकबीर नगर का अजीबोगरीब केस- सीएम तक पहुंचा मामला

संतकबीर नगर के मेहदावल विधान सभा में इस समय अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां पूर्व विधायक द्वारा अपने कार्यकाल में कराए गए निर्माण कार्यों के भुगतान को नए विधायक ने रोक दिया। मामला सीएम तक पहुंचा है।

By Jagran NewsEdited By: Pradeep SrivastavaPublished: Thu, 10 Nov 2022 07:02 PM (IST)Updated: Thu, 10 Nov 2022 07:02 PM (IST)
विधायक बदले तो रुक गया विधायक निधि से भुगतान, संतकबीर नगर का अजीबोगरीब केस- सीएम तक पहुंचा मामला
संतकबीर नगर की मेहदावल विधानसभा में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। - प्रतीकात्मक तस्वीर

संतकबीर नगर (मेंहदावल) अतुल मिश्र। मेंहदावल में विधायक निधि से पचास लाख रुपये का काम कराए जाने के बाद भुगतान नहीं होने का मामला चर्चा में है। बताया जा रहा है कि जो भी कार्य कराए गए उसकी निविदा ही नहीं हुई और अब नियम विरुद्ध तरीके से भुगतान लेने का प्रयास हो रहा है। विधायक अनिल कुमार त्रिपाठी ने इस मामले को लेकर अधिकारियों को पत्र लिखा। बाद में कुछ लोगों ने मामला मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंचा तो जिले की सियासत गर्म हो गई। अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

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यह है मामला

पूर्व विधायक राकेश सिंह बघेल ने वर्ष 2021-22 में पचास लाख की लागत से बेलहर में दस कार्यों को कराने की संस्तुति दी थी। विधायक के प्रस्ताव पर निविदा आमंत्रित की गई। लोगों ने कार्य कराकर भुगतान लेने का प्रयास किया। बाद में अनिल त्रिपाठी विधायक चुने गए। उन्होंने जून माह में परियोजना निदेशक को पत्र लिखकर जानकारी दी कि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता प्रभावी होने के कारण निविदा नहीं खोली गई, जिसके कारण भुगतान पर रोक लगाई जाए। विधायक के पत्र पर भुगतान पर रोक लगा दी गई। जिन लोगों ने इन परियोजनाओं पर काम कराया था उन लोगों ने प्रभारी मंत्री व अधिकारियों को मामले से अवगत कराया। नियम संगत तरीके से कार्य कराए जाने की बात कहते हुए भुगतान कराने की मांग की।

जनता दर्शन में हुई शिकायत

बीते 29 सितंबर को विधायक अनिल कुमार त्रिपाठी ने मुख्य विकास अधिकारी को पूर्व विधायक राकेश सिंह बघेल द्वारा जिन 10 परियोजनाओं पर कार्य कराए जाने की संस्तुति करते हुए धन जारी किया था। उन्हीं परियोजनाओं पर कार्य कराने की संस्तुति करते हुए निविदा आदि की प्रक्रिया कराने को निर्देशित किया। बीते दिनों बघौली मंडल के भाजपा अध्यक्ष मनीराम यादव, रामहित चौहान सहित अन्य के द्वारा मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचकर विधायक और बेलहर ब्लाक प्रमुख भूपेंद्र सिंह के द्वारा भुगतान रुकवाने तथा मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।

बिना निविदा खोले कैसे नियुक्त हुए कार्य प्रभारी

पूर्व विधायक द्वारा प्रस्तावित सभी कार्यों पर निविदा आमंत्रित करने के बाद कार्य कराए गए हैं। सभी परियोजनाओं पर बेलहर के सहायक विकास अधिकारी सभाजीत यादव को कार्य प्रभारी भी नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही ज्यादातर परियोजनाओं की एमबी भी अवर अभियंता के द्वारा पूरी की गई है। हालांकि विधायक का कहना है कि निविदा खुलने के दिन ही विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। अब सवाल खड़ा होता है कि अगर निविदा समय रहते नहीं खोली गई तो कार्य प्रभारी कैसे नियुक्त हुए तथा इस पर अवर अभियंता के द्वारा एमबी की कार्रवाई कैसे पूरी की गई।

कमीशन के खेल की भी चर्चा

जिन परियोजनाओं पर कार्य कराए जाने व भुगतान नहीं होने का दावा किया जा रहा है इस मामले में सुगबुगाहट है कि जिम्मेदार अधिकारियों को इन परियोजनाओं पर कमीशन नहीं मिला। जिसके कारण आचार संहिता का हवाला देकर काम लटकाया गया। जबकि अधिकारियों का दावा है कि 8 जनवरी 2022 शाम चार बजे निविदा खोलने का समय था लेकिन आचार संहिता दो बजे ही लग जाने के कारण निविदा नहीं खोली जा सकी। इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी अतुल मिश्र से बात की गई तो उन्होंने कहा कि दूरभाष के जरिए इस प्रकरण में वह कोई वार्ता नहीं करेंगे। जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह से इस मामले में वार्ता करने की कोशिश की गई तो उनके ओएसडी ने फोन उठाया। जिलाधिकारी से भी वार्ता नहीं हो सकी।

खंड विकास अधिकारी ने सभी परियोजनाओं का मुझे कार्य प्रभारी नियुक्त किया था। इसका पत्र हमारे पास सुरक्षित है। मैंने परियोजना पर स्थलीय सत्यापन भी किया था। वहां पर काम हो रहा था। इस मामले में ज्यादा जानकारी खंड विकास अधिकारी के द्वारा दी जा सकती है। - सभाजीत यादव, कार्यप्रभारी/ एडीओ पंचायत बेलहर।

मामला मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में है। उन्हें मामले से अवगत कराया गया है। जांच में सच्चाई सामने आएगी। विरोधियों के द्वारा अनर्गल प्रलाप करके हमारी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। मैं नियम संगत तरीके से कार्य होने व भुगतान होने का पक्षधर हूं। - अनिल कुमार त्रिपाठी, विधायक, मेंहदावल।

वर्ष 2021-22 में विधायक निधि से 10 परियोजनाओं पर कार्य कराने का प्रस्ताव दिया गया था। जिसकी स्वीकृति भी हुई थी और धन भी जारी हुआ था। कार्य पूरा कराने के लिए कार्य प्रभारी नियुक्त हुए थे। जेई के द्वारा सभी परियोजनाओं की एमबी भी पूरी की गई है। नियमानुसार जो भी कार्य हुए हैं उनका भुगतान होना चाहिए। - राकेश सिंह बघेल, पूर्व विधायक, मेंहदावल।


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