खलीलाबाद अव्वल, बेलहरकलां फिसड्डी
नवजातों को स्तनपान कराने में खलीलाबाद ब्लाक की महिलाएं तो जागरूक हैं लेकिन अन्य विकास खंड की स्थिति ठीक नहीं है।
संतकबीरनगर : नवजातों को स्तनपान कराने में खलीलाबाद ब्लाक की महिलाएं तो जागरूक हैं, लेकिन अन्य विकास खंड की स्थिति ठीक नहीं है। स्तनपान के मामले में खलीलाबाद अव्वल तो बेलहरकलां ब्लाक फिसड्डी है। विशेषज्ञों की मानें तो यदि महिलाएं स्तनपान कराने में शिथिल रहीं तो शिशुओं के सेहत पर बुरा असर पड़ेगा, इनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाएगी।
प्रदेश सरकार द्वारा नवजातों की देखभाल के लिए कई कार्यक्रम चल रहे हैं। जिसमें बेस फीडिग सप्ताह, विश्व स्तनपान दिवस, हेल्दी बेबी शो समेत अनेक कार्यक्रम शामिल हैं। इसके बावजूद स्तनपान कराने में महिलाएं परहेज कर रही हैं। विभागीय आंकड़ों की माने तो शिशुओं की बीमारी का कारण भी स्तनपान न कराना है।
जन्म के तत्काल बाद स्तनपान ही बच्चों को अनेक प्रकार के रोगों से विशेषकर निमोनिया से लड़ने की क्षमता प्रदान कर सकता है। मां का दूध शिशु को अनेक पोषक तत्व देता है। साथ ही इम्यूनोग्लोबिन, प्रतिरोधक तत्व भी प्रदान करता है। एंटी बाडीज, हार्मोन, प्रतिरोधक कारक और ऐसे आक्सीडेंट पूर्ण रूप से मां के दूध में मौजूद होते हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. हरगोविद सिंह ने कहा कि जनपद पिछड़ा है, इसलिए यहां जागरूकता का अभाव है। जन्म के बाद अधिकतर माताएं बच्चों को अपना दूध नहीं पिलाती हैं। विभाग लगातार स्तनपान के लिए जागरूक कर रहा है।