दीपावली पर होगी स्वदेशी चमक
संतकबीर नगर : दीपावली पर इस बार चाइनीज लाइट चमकने के आसार कम दिख रहे हैं। हर बार खराब होते तार व बल्
संतकबीर नगर : दीपावली पर इस बार चाइनीज लाइट चमकने के आसार कम दिख रहे हैं। हर बार खराब होते तार व बल्व के साथ देशभक्ति की अलख बाजार पर नया रंग छोड़ने लगा है। एक बार फिर दीया, मोमबत्ती के साथ हस्त निर्मित देशी बल्बों के झालरों की मांग होने लगी है। अब लोग चीन निर्मित झालरों से कतराने लगे हैं। चाइनीज उत्पादों की खरीद से लोगों का मोहभंग हो रहा है। इसका असर बाजार पर अभी से दिखने लगा है।
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ग्राहक मांग रहे स्वदेशी
देशी बल्ब की पहचान ही अलग है। एक तो तेज जलते और लंबे समय तक टिकाऊ रहते है। एक बार तार, कैप व छोटे बल्ब से झालर बन जाए तो बस उन्हें चेक करने की झंझट रहता है। खराब होने के बाद आसानी से ठीक किया जा सकता है। ¨कतु चाइनीज झालर हमेशा खराब होते है।
गौरव रूंगटा, व्यवसायी
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चाइनीज उपकरणों के रिपेय¨रग की दिक्कत
पहले बाजार में नया होने से लोगों ने चाइनीज उपकरणों की खरीद करना शुरू किया था। समय के साथ इनके प्रयोग करने के बाद खराब होने पर फेंकने की दशा सामने आने के बाद लोग अपने देश में बने सामानों की मांग कर रहे हैं। इसी प्रकार की मनोदशा बनी रही तो बाजार से चाइनीज उत्पाद अपने आप ही गायब होते जाएंगे।
मोहम्मद राशिद
बिजली उपकरण विक्रेता
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सस्ते नहीं गुणवत्ता पर ग्राहकों का जोर
प्रयोग करने के बाद लोगों को ठीक और खराब के बारे में जानकारी मिलती है। पिछले वर्षों में जहां
विदेशी विशेषकर चीन के बने झालर की मांग अधिक रहती थी। इक्का दुक्का को छोड़कर चाइनीज झालर मांगने वालों की संख्या कम ही दिख रही है। हम सब भी देशी झालर ही जलाएंगे।
-बदरे आलम
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उत्पादों का प्रयोग जरूरी
देशी बल्ब आदि न मिलने व चाइनीज सामानों के सस्ते होने के कारण इन सामग्रियों को अपनाना मजबूरी रही। देश के हितों की अनदेखी से उपजे रोष के चलते अब चाइनीज उत्पादों की खरीद से लोगों का मोहभंग हो रहा है।
- रितेश वर्मा
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