बेटे की मौत से बुझ गया घर का चिराग
शुक्रवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान विवेक की कुआनो नदी के बारीडीहा घाट पर डूबने से मौत के बाद घर पर मातम छाया हुआ है। कस्बा स्थित ब्राह्मण टोला के सच्चिदांनद के घर जहां दशहरा की खुशियां थी, वहीं क्षणभर बाद ही अचानक मौत की खबर से कोहराम मच गया।
संतकबीर नगर: शुक्रवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान विवेक की कुआनो नदी के बारीडीहा घाट पर डूबने से मौत के बाद घर पर मातम छाया हुआ है। कस्बा स्थित ब्राह्मण टोला के सच्चिदांनद के घर जहां दशहरा की खुशियां थी, वहीं क्षणभर बाद ही अचानक मौत की खबर से कोहराम मच गया।
कस्बा स्थित ब्राह्मण टोला के सच्चिदांनद के तीन संतान हैं। प्रिया, विवेक तथा निधि। विवेक आठ वर्ष का था तभी उसके मां का स्वर्गवास हो गया। गरीबी के कारण पिता दिल्ली में एक दुकान पर रह कर मजदूरी कर बच्चों का भरण पोषण करते हैं। घर पर विवेक के साथ दो बहनें ही रहती हैं। दोनों भाई विवेक के साथ घर पर रहती थी लेकिन उनको क्या पता था कि मां के बाद भाई भी उन सबों से भगवान छीन लेंगे। शुक्रवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान विवेक की कुआनों नदी के बारीडीहा घाट पर डूबने से मौत हो जाने की सूचना जब प्रिया व निधि को मिली तो अवाक रह गई। भाई की मौत से दोनों बेसुध है।