पुरानी पेंशन की मांग को लेकर उग्र आंदोलन की चेतावनी
विकास भवन के समीप बहुउद्देशीय क्रीड़ा हाल के पास बुधवार को सफाई कर्मियों ने पांच अलग-अलग मांगों के लिए दिन भर धरना दिया। साफ-सफाई कार्य का बहिष्कार करते हुए इन्होंने इस दिन शासन व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इन्होंने यह चेतावनी दी कि यदि उनकी ये मांगें जल्द नहीं मानी गई तो वृहद आंदोलन होगा।
संतकबीर नगर: विकास भवन के समीप बहुउद्देशीय क्रीड़ा हाल के पास बुधवार को सफाई कर्मियों ने पांच अलग-अलग मांगों के लिए दिन भर धरना दिया। साफ-सफाई कार्य का बहिष्कार करते हुए इन्होंने इस दिन शासन व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इन्होंने यह चेतावनी दी कि यदि उनकी ये मांगें जल्द नहीं मानी गई तो वृहद आंदोलन होगा।
उत्तर प्रदेश पंचायतीराज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष परमहंस गौतम ने कहाकि सरकार कर्मचारियों के साथ वादा खिलाफी कर रही है। शासन स्तर के पदाधिकारियों से बार-बार वार्ता किए जाने पर भी मांगों को नहीं माना जा रहा है। यही स्थिति आगे भी कायम रहीं तो संगठन से जुड़े सभी कर्मी लोकसभा चुनाव-2019 में सरकार को सबक सिखाने का काम करेंगे। धरने का संचालन कर रहे शशांक कुमार, उदयराज यादव, संजय शर्मा व मान¨सह यादव ने कहाकि सफाई कर्मियों को सफाई नायक, ब्लाक पर्यवेक्षक, जिला निरीक्षक व ग्राम पंचायत अधिकारी के पद पर पदोन्नति देने, सफाई कर्मी का पदनाम बदलने, इन कर्मियों का ग्रेड पे-1900 करने, पेरोल व्यवस्था को समाप्त कर सेवा नियमावली बनवाने तथा पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करते हुए न्यूनतम वेतनमान 26 हजार रुपये करने आदि पांच मांगें हैं। यदि इन मांगों को जल्द माना नहीं गया तो सभी कर्मी 21 दिसंबर 2018 को लखनऊ में स्थित रामलीला मैदान में विशाल धरना-प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे। पूर्व प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष लालचंद्र चौहान, प्रदेश उपाध्यक्ष कपिलदेव ने कहाकि पांच राज्यों से सरकार को हाथ धोना पड़ा। यदि पुरानी पेंशन बहाल नहीं हुई तो लोकसभा चुनाव-2019 में पूरे देश से भाजपा की सरकार को हाथ धोना पड़ेगा। धरना में गणेश चंद्र चौहान, मनोज चौहान, कुलदीप मौर्य, रामभजन, लालचंद्र चौधरी के अलावा तमाम सफाई कर्मी मौजूद रहे।