व्रती महिलाओं-पुरुषों ने की भगवान विष्णु की आराधना
निर्जला एकादशी पर मंगलवार को महिला व पुरुष व्रत रहे। भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना के बाद दान की।
संत कबीरनगर : निर्जला एकादशी पर मंगलवार को महिला व पुरुष व्रत रहे। भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना के बाद दान की। परिवार में अपने से बड़ों पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त लिए। ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से साल में पड़ने वाले सभी 24 एकादशी के जितना फल एक ही दिन में प्राप्त हो जाता है।
मंगलवार को सुबह के समय व्रती लोगों ने भगवान विष्णु की आराधना की। इस दिन दोपहर के 12 बजे तक बिना जल के सेवन व्रत रहे। दोपहर 12 बजे के बाद फल, खीरा, गुड़ अथवा चीनी, चावल-आटा, आलू, एक पात्र, एक पंखी आदि सामग्री पंडितों को दान देने के लिए छूए। इसके पश्चात व्रती महिलाएं, पुरुष फलाहार, दूध, दही, शर्बत आदि का सेवन किए। बताते चलें कि हर माह दो बार एकादशी पड़ती है। इसमें पूजन व दान का महत्व है। निर्जला सनातन धर्म में श्रीहरि को सर्वाधिक प्रिय एकादशी व्रत है। इस दिन श्रद्धापूर्वक व्रत रखने व भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने की परंपरा है।
------