ब्लाक मुख्यालय पर नहीं रुक रहे कर्मचारी
जिले का सबसे बड़ा ब्लाक सेमरियावां है। लेकिन यहां अधिकारियों व कर्मचारियों ने अराजकता फैलाकर रख दिया है। दो दशक से इस ब्लाक मुख्यालय पर कोई अधिकारी व कर्मचारी नहीं रुका। यही कारण है कि सरकारी योजनाएं यहां के लोगों को समय से नहीं मिल पाती हैं।
संतकबीर नगर: जिले का सबसे बड़ा ब्लाक सेमरियावां है। लेकिन यहां अधिकारियों व कर्मचारियों ने अराजकता फैलाकर रख दिया है। दो दशक से इस ब्लाक मुख्यालय पर कोई अधिकारी व कर्मचारी नहीं रुका। यही कारण है कि सरकारी योजनाएं यहां के लोगों को समय से नहीं मिल पाती हैं। जिला ओडीएफ घोषित है, लेकिन यहां के करीब पचास गांव ऐसे हैं जहां आज भी लोग खुले में शौच करते हैं।
ब्लाक परिसर में बना बीडीओ आवास पूरी तरह से भूत बंगला बन गया है। फाटक, तथा दीवार क्षतिग्रस्त होने लगा है। जहां भवन बना है वह सब जंगल जैसा दिखाई देता है। यहां दिन में जाने से लोग डरते हैं। कुछ ऐसी ही नजारा कर्मचारियों के बने सरकारी आवास का है। ऐसे में आवास की समस्या को देखते हुए कोई कर्मचारी यहां रात्रि विश्राम नहीं करता।
क्षेत्र के राम जीत यादव, सैदाहुसेन, इरफान अहमद ने बताया कि ब्लाक प्रशासन नहीं चाहता कि यहां कर्मचारियों का आवास बने, अन्यथा उन्हें रात विश्राम करना पड़ेगा। जबकि जनपद के हर ब्लाक परिसर में बने सरकारी आवास में कर्मचारी तथा अधिकारी रहते हैं।