नागरिकों को शिक्षित व संस्कारित करना समय की आवश्यकता
वर्तमान समय में सबसे बड़ी आवश्यकता नागरिकों को शिक्षित करने की है। जब तक समाज में शिक्षा नही पहुंचेगी शिक्षा की सार्थकता नही है। समय की सजगता के अनुसार जागरूकता से उस अनुरुप नागरिकों को शिक्षा दी जाए यह पहल करना होगा।
संतकबीर नगर: वर्तमान समय में सबसे बड़ी आवश्यकता नागरिकों को शिक्षित करने की है। जब तक समाज में शिक्षा नही पहुंचेगी शिक्षा की सार्थकता नही है। समय की सजगता के अनुसार जागरूकता से उस अनुरुप नागरिकों को शिक्षा दी जाए यह पहल करना होगा।
यह बातें रविवार को नाथनगर शैक्षिक प्रकोष्ठ सह संयोजक डा. धर्मेंद्र उपाध्याय ने कही। उन्होंने कहा कि मिशन को मशीनरी नही समाज के जागरूक लोगों का संगठन है। ज्ञान प्रकाश ने कहा कि व्यक्ति निर्माण के दिशा में कार्य किया जा रहा है। जब तक हम औरों को उन्हें मिलने वाले लाभ नही बताएं तब तक हमें कोई सुनने को राजी नही होगा। अपने भविष्य औरों का भविष्य व विकास की बातें सार्थकता होगी। इसमें लंबा, चौड़ा विषय नही बताने की जरूरत है। जरूरत से चेतना के साथ लोगों को समझाने की। राष्ट्रीय संगोष्ठी में अच्छा विषय रखा गया है, नवीन विषय रखा गया है। इसकी जानकारी से पहले हमें नागरिक गुणों के साथ राष्ट्रीय एकता व विचारधारा को परिभाषित करके जानकारी देनी होगी। उन्होंने कहा विषय रखना, विषय से परिचित कराना ही पर्याप्त नही है। विषय से औरों को परिचित कराकर उसके आयाम प्रस्तुत करना होगा। अच्छा इंसान बनना होगा। इसके सोच बदलनी होगी। अपने कार्य करने का नजरिया भी बदलना होगा। परिवर्तन के साथ सोच बदलना आवश्यकता है।इस मौके पर अनिता यादव, अजय कुमार वर्मा, सच्चिदानंद पांडेय, राजकुमार परासर, जितेंद्र ¨सह, मानवेंद्र कुमार, अभिषेक आदि उपस्थित रहें।