डीएम ने अनियमितता पर प्रधान से मांगा जवाब
जिला विकास अधिकारी (डीडीओ) ने दो जुलाई 2020 को अपनी जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी। इसमें उन्होंने यह उल्लेख किया है कि केकरहवा पोखरे के खोदाई व सुंदरीकरण कार्य पर 3.95 लाख रुपये खर्च किया गया है। जांच में पाया गया कि प्रधान रोजगार सेवक ग्राम विकास अधिकारी व तकनीकी सहायक की मिलीभगत से ट्रैक्टर से काम कराया गया है।
संत कबीरनगर: जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने जांच रिपोर्ट में विकास कार्यों में अनियमितता की पुष्टि होने पर खलीलाबाद ब्लाक के ग्राम पंचायत भाटपार के प्रधान हरिशंकर को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। उन्हें 15 दिन के अंदर जवाब देना है। जवाब न देने पर अथवा संतोषजनक न होने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी हैं।
जिला विकास अधिकारी (डीडीओ) ने दो जुलाई 2020 को अपनी जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी। इसमें उन्होंने यह उल्लेख किया है कि केकरहवा पोखरे के खोदाई व सुंदरीकरण कार्य पर 3.95 लाख रुपये खर्च किया गया है। जांच में पाया गया कि प्रधान, रोजगार सेवक, ग्राम विकास अधिकारी व तकनीकी सहायक की मिलीभगत से ट्रैक्टर से काम कराया गया है। 17.46 लाख स्वीकृत लागत वाले पंचायत भवन के निर्माण में फर्जी मस्टररोल तैयार करके 1.98 लाख रुपये हड़प लिया गया है। शौचालय के निर्माण में धांधली की गई है। रामफेर के पास बड़ा पक्का मकान है, इसके बाद भी उन्हें इसका लाभ दिया गया है। शौचालय की गुणवत्ता सही नहीं है। इसके अलावा बब्लू, अवधेश का शौचालय खराब मिला। अब्दुल सलाम के पुराने शौचालय को नया दर्शाया गया है। इसके अलावा मनरेगा व अन्य योजनाओं से हुए विकास कार्यों में अनियमितता सामने आई है। डीएम ने कहा कि विकास कार्यों में वित्तीय अनियमितता कदापि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।