धान खरीद लेकर सख्त हुए संतकबीर नगर के डीएम, दिखने लगा असर
DM Sant Kabir Nagar Prem Ranjan Singh संतकबीर नगर के डीएम प्रेम रंजन की सख्ती का असर धान खरीद में दिखने लगा है। डीएम स्वयं धान खरीद की मानिटरिंग कर रहे हैं। प्रतिदिन वीडियो कांफ्रेंसिंग कर धान खरीद में लगे अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे हैं।
संतकबीर नगर, जागरण संवाददाता। जनपद के अधिकाधिक किसानों को समर्थन मूल्य योजना का लाभ मिले, इसके लिए डीएम प्रेम रंजन सिंह ने नवीन पहल शुरू कर दी है। अब वे प्रत्येक कार्य दिवस में सुबह नौ बजे से जनपद के केंद्र प्रभारियों के नंबर पर वीडियो काल कर रहे हैं। केंद्र पर कितने पंजीकृत किसान धान बेंचने के लिए आए, वे कब आए, उनका धान तौला गया कि नहीं ? सहित अन्य बिंदुओं पर जानकारी प्राप्त करते हैं।
धान खरीद पर सख्त हुए डीएम
डीएम ने खाद्य विभाग व उत्तर प्रदेश सहकारी संघ (पीसीएफ) के केंद्र प्रभारियों से कहा है कि वे प्रत्येक कार्य दिवस में पांच-पांच गांवों में जाकर वहां के किसानों से संपर्क करें। जो धान बेंचना चाहते हैं लेकिन किसी कारणवश उनका पंजीकरण नहीं हुआ है, उनका खाद्य विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण कराएं। इसके बाद तिथि बताकर उनसे धान खरीदें। इसके साथ ही डीएम ने चेताया कि बहाना बनाकर केंद्र पर आने वाले पंजीकृत किसानों से बिना खरीदे उन्हें वापस न लौटाएं। यदि धान में नमी है, तो उसे सुखाकर लाने के लिए कहें ताकि किसान दोबारा धान लाकर बेंच सकें।
किसानों से करें अच्छा व्यवहार
समर्थन मूल्य योजना का लाभ उठा सकें। इसके साथ ही डीएम ने सभी प्रभारियों से कहा है कि वे अपने केंद्र पर धान लेकर आने वाले किसान को फूलमाला पहनाकर स्वागत करें। किसान अन्नदाता है, इनकी मेहनत के चलते देश के लोगों काे दो वक्त का भोजन मिलता है। जीडीपी में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए इनके साथ अच्छा व्यवहार करें। डीएम की इस अच्छी पहल का परिणाम है कि खरीद केंद्र प्रभारी सक्रिय हो गये हैं। खरीद केंद्रों पर पहली बार धान बेंचने वाले किसानों का सम्मान किया जा रहा है। पिछले साल 1,940 रुपये जबकि इस साल धान का समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल एक सौ रुपये बढ़ाकर 2,040 रुपये कर दिया गया है। शासन से इस जिले को एक नवंबर से 28 फरवरी 2023 तक धान खरीद का लक्ष्य 98,300 मीट्रिक टन(एमटी)मिला है। इसमें खाद्य विभाग को 49 हजार एमटी,पीसीएफ को 30,500 एमटी,उत्तर प्रदेश सहकारी संघ(पीसीएफ) को 18 हजार व भारतीय खाद्य निगम(एफसीआइ) को 800 एमटी लक्ष्य मिला है।
दो एजेंसियों ने अब तक सात किसानों से खरीदा धान
खाद्य विभाग ने पांच किसानों से 27.800000 एमटी व पीसीएफ ने दो किसानों से 4.500000 एमटी खरीद की है। इस प्रकार अब तक इन दो एजेंसियों ने सात पंजीकृत किसानों से 32.300000 एमटी धान खरीदा है। किसानों से धान खरीदने के लिए खाद्य विभाग के 14 व पीसीएफ के 38 कुल 52 खरीद केंद्र बने हैं। वहीं एफसीआइ व यूपीसीयू के एक भी खरीद केंद्र नहीं बने हैं।