दो स्वास्थ्य प्रमाणपत्र जारी कर फंस गया विभाग
चिकित्सा विभाग में बड़ा खेल हो रहा है। सीएमओ के फर्जी हस्ताक्षर से विभागीय कर्मचारी स्वास्थ्य प्रमाणपत्र तक जारी कर दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) खलीलाबाद में देखने को मिला।
संत कबीरनगर : चिकित्सा विभाग में बड़ा खेल हो रहा है। सीएमओ के फर्जी हस्ताक्षर से विभागीय कर्मचारी स्वास्थ्य प्रमाणपत्र तक जारी कर दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) खलीलाबाद में देखने को मिला। एक महिला प्रधानाध्यापक को स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों ने फर्जी प्रमाणपत्र जारी कर दिया। इसकी जांच जब जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) कार्यालय ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय से की तो पता चला कि प्रमाणपत्र फर्जी है। मामले की जानकारी डीएम को दी और प्रधानाध्यापक को निलंबित कर उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला पंजीकृत करा दिया। सीएमओ ने भी इस प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। इससे विभाग में हड़कंप की स्थित है।
पीबी गल्स इंटर कालेज के प्रबंधक पवन छापड़िया ने स्वास्थ विभाग के फर्जीवाड़े के खिलाफ मुख्यमंत्री, स्वास्थ मंत्री, मुख्य सचिव, जिलाधिकारी को पत्र लिखकर जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि एक ही व्यक्ति का दो बार कैसे प्रमाणपत्र जारी हो जाएगा। सीएचसी से जारी प्रमाणपत्र की जांच हो ही है। मामला एक माह पुराना है। कार्यालय से कैसे प्रमाण पत्र बना इसके लिए संबंधित लोगों से पूछताछ की जाएगी।
डा. वीपी पांडेय, प्रभारी चिकित्साधिकारी शिक्षा विभाग में प्रस्तुत प्रमाणपत्र पर उनका फर्जी हस्ताक्षर था। इसकी जानकारी उन्होंने शिक्षा विभाग को दे दी थी। इसके साथ ही उन्होंने मामले की जांच के लिए भी एक टीम गठित की है। जो जल्द ही रिपोर्ट सौंपेगा।
डा. हरगोविद सिंह, सीएमओ