शिक्षा के साथ स्वच्छता की जला रहीं दीप
कहते हैं इरादा नेक हो तो व्यक्ति को सफलता अनिवार्य रूप से मिलती है। समाज के लिए कुछ करने के लिए निकल पड़ने से सहयोग भी मिलने लगता है। इसी प्रकार की कहावतों को चरितार्थ करके दिखा रहीं हैं खलीलाबाद के प्राथमिक विद्यालय डीघा प्रधानाध्यापक रेनू अग्रहरि।
संतकबीर नगर : कहते हैं इरादा नेक हो तो व्यक्ति को सफलता अनिवार्य रूप से मिलती है। समाज के लिए कुछ करने के लिए निकल पड़ने से सहयोग भी मिलने लगता है। इसी प्रकार की कहावतों को चरितार्थ करके दिखा रहीं हैं खलीलाबाद के प्राथमिक विद्यालय डीघा प्रधानाध्यापक रेनू अग्रहरि। परिश्रम से बच्चों को स्नेहपूर्ण वातावरण में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी मिल रही है। शिक्षा व प्रशिक्षण से लोग दीदी के नाम से पुकारते हैं।
गणित से एमएससी करने के बाद रेनू ने प्राथमिक स्तर पर शिक्षा की नींव मजबूत करने के लिए प्राथमिक शिक्षिका बनने के लिए बीटीसी किया। मेंहदावल कस्बे के प्रतिष्ठित व्यापारी राजेश्वर प्रसाद अग्रहरि व विजयलक्ष्मी की पुत्री ने वर्ष 2009 में सिद्धार्थनगर जिले के इटवा ब्लाक में पहली बार तैनाती मिलने के बाद से ही बच्चों के बीच ही रम गई। कक्षा शिक्षण के साथ ही बालकों को खेल और बालिकाओं को गायन और नृत्य के गुर बताने के लिए उन्होंने हमेशा प्रयास किया। वर्ष 2014 में प्राथमिक विद्यालय डीघा पर स्थानांतरण हुआ। यहां नामांकन डेढ़ सौ से 280 हो गया।
सप्ताह में एक दिन वह स्कूली बच्चों को गांव में स्वच्छता के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिए ले जाती हैं। प्रार्थना सभा में हर दिन कभी बीमारियों के कारण और बचाव, देश के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों के व्यक्तियों के बारे में जानकारी देने के लिए 15 मिनट का प्रश्न-उत्तर कार्यक्रम उनके द्वारा किया जाता है।
सप्ताह में दो दिन आधे घंटे योग की जानकारी देने के लिए भी प्रयास किया जाता है। खेल में कई बच्चे प्राथमिक स्तर पर दौड़, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि में जिले के साथ ही मंडल स्तर पर प्रतिभाग कर चुके हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने कहा कि विद्यालय में बच्चों की प्रगति आशा के अनुरूप ठीक है।