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बेटियों ने विकास के मुद्दे को दी प्राथमिकता

देवरिया गंगा की निवासी सारिका चौधरी ने कहा कि सुबह उठकर उन्होंने अपनी मां और परिवार के सभी सदस्यों को मतदान करने के तैयार करवाया। कहा कि गांव में विकास हो सके इसे ध्यान में रखकर जो अच्छा लगा उसके पक्ष में वोट किया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Apr 2021 11:41 PM (IST)Updated: Thu, 15 Apr 2021 11:41 PM (IST)
बेटियों ने विकास के मुद्दे को दी प्राथमिकता

संतकबीर नगर: पंचायत चुनाव में गुरुवार को पहली बार मतदाता बनी बेटियों में खासा उत्साह रहा। सभी ने खुद मतदान करने के साथ ही अन्य लोगों को भी आगे आने के लिए प्रेरित किया।

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जागरण ने कुछ बेटियों से चुनावी माहौल के बारे में वार्ता की। अधिकांश ने विकास के मुद्दे को प्राथमिकता देते हुए वोट देने की बात कही।

देवरिया गंगा की निवासी सारिका चौधरी ने कहा कि सुबह उठकर उन्होंने अपनी मां और परिवार के सभी सदस्यों को मतदान करने के तैयार करवाया। कहा कि गांव में विकास हो सके इसे ध्यान में रखकर जो अच्छा लगा उसके पक्ष में वोट किया। सियरासाथा की नेहा उपाध्याय ने कहा कि पहली बार मतदान का एक अलग अनुभव मिला। अब वह देश की एक जिम्मेदार नागरिक बन चुकी हैं। यह उनके लिए गर्व का विषय है। महिमा मौर्या ने कहा कि मतदान से ही देश की दिशा तय होती है। उन्हें भी इसका मौका मिला तो अपने कर्तव्यों का पालन किया। पड़ोस के लोगों को भी उन्होंने मतदान के लिए बूथ पर जाने के लिए कहा। शीतल शर्मा ने कहा कि सभी को अपने मन की बात सुनकर मतदान करने का अधिकार है। उन्होंने गांव में शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बेहतर कर सकने वाले व्यक्ति को वोट दिया। सोनी चौधरी ने कहा कि देश हमारा है। गांव स्तर से ही राजनीति की सीढ़ी आरंभ होती है। पहले पायदान से ही अच्छे व्यक्तियों का चयन किया जाना चाहिए।

सूची से नाम गायब होने पर जूरी में प्रदर्शन

बघौली विकास खंड के ग्राम जूरी में मतदाता सूची से नाम गायब होने के कारण लगभग तीन दर्जन लोग मतदान नहीं कर पाए। आक्रोशित लोगों ने इसे लेकर मतदान केंद्र के बाहर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे सेक्टर मजिस्ट्रेट के समझाने पर मामला शांत हो सका।

बदरुज्जमा, रामजी, मुकेश, वीरेंद्र, सोनू, विमलेश, कृष्णकुमार, हरिलाल आदि ने कहा कि उनका नाम गांव में चुनाव लड़ने वालों को मिली सूची में है। पर्ची लेकर जब वह लोग मतदान करने गए तो मतदान कर्मियों के पास रखी सूची में उनके नाम पर लाल निशान लगाया मिला। इसे लेकर उन्हें वापस कर दिया गया। सभी ने आरोप लगाया कि मृतकों का नाम तो सूची में है परंतु गांव में रहने वालों का नाम जानबूझकर गायब कर दिया गया है। मौके पर पहुंचे सेक्टर मजिस्ट्रेट अरुण पांडेय ने कहा कि मतदान कर्मियों को जो सूची मिली है उसी के आधार पर मतदान करवाया जाना है। उन्होंने सभी को समझाकर मामले को शांत करवाया।


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