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50.4 प्रतिशत महिलाएं एनीमिया से ग्रसित

महिलाओं में खून की कमी को दूर करने के लिए अनेक योजनाएं सरकार द्वारा संचालित की जा रही हैं।इसके बाद भी जिले में 50.4 फीसदी महिलाएं एनीमिया से ग्रसित हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Feb 2020 11:19 PM (IST)Updated: Fri, 14 Feb 2020 06:07 AM (IST)
50.4 प्रतिशत महिलाएं एनीमिया से ग्रसित

संतकबीरनगर: महिलाओं में खून की कमी को दूर करने के लिए अनेक योजनाएं सरकार द्वारा संचालित की जा रही हैं।इसके बाद भी जिले में 50.4 फीसदी महिलाएं एनीमिया से ग्रसित हैं।

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राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे- 4 के अनुसार जनपद में 6 से 59 माह के लगभग 69.1 फीसद बच्चों में खून की कमी हैं। जिसमें 15 से 49 वर्ष की लगभग 50.4 प्रतिशत महिलाएं खून की कमी से ग्रसित हैं । इनमें 15-49 वर्ष की लगभग 50.1 फीसद गर्भवती महिलाएं शामिल है। जब कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा मातृ एवं शिशु कल्याण के लिए चलाई जा रही तमाम योजनाओं से इन आंकड़ों में कमी आ रही है 7

इस बारे में पूछे जाने पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डां मोहन झा ने कि गर्भावस्था के दौरान एनीमिया की शिकार महिलाओं के लिए आयरन शुक्रोज वरदान के रूप में है। चिकित्सकों की निगरानी में गर्भवती को लगाए जाने वाला आयरन शुक्रोज जिले की सभी एफआरयू पर भरपूर मात्रा में उपलब्ध है। जब किसी गर्भवती महिला के हीमोग्लोबीन का स्तर 7 से कम हो तो उसे आयरन शुक्रोज लगाया जाता है, या फिर विषम परिस्थितियों में हीमोग्लोबीन स्तर 8.9 से कम हो तो भी लगाया जा सकता है। जिले के सभी चार एफआरयू जिला अस्पताल, सीएचसी खलीलाबाद, सीएचसी हैसर व सीएचसी मेंहदावल में ये सुविधा उपलब्ध है। जल्द स्थिति नियंत्रण में होगी ।


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