बिना स्वास्थ्य परीक्षण केबिक रहा बकरे का मांस
संत कबीर नगर : मांसाहार के प्रति बढे़ रुझान का लाभ उठाकर बधिकों द्वारा सब्जी की तरह ही दुकानें खोली
संत कबीर नगर : मांसाहार के प्रति बढे़ रुझान का लाभ उठाकर बधिकों द्वारा सब्जी की तरह ही दुकानें खोली जा रही हैं। जानवरों के स्वास्थ्य परीक्षण के बिना ही उनका मांस खाने से शौकीनों पर बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है। स्वास्थ्य विभाग तथा खाद्य सुरक्षा विभाग की निगाह इस पर नहीं पड़ रही है।
खाद्य पदार्थो की बिक्री व उसके दुकानों के लिए लाइसेंस की व्यवस्था करने का शासन का निर्देश है। मांस आदि जैविक खाद्य वस्तुओं के बिक्री के लिए इसकी व्यवस्था और भी कड़ी करने का प्रावधान है। बकरे आदि को काटने के पहले उसका स्वास्थ्य परीक्षण कर मुहर लग जाने के बाद ही मांस बिक्री करने का नियम है, लेकिन इसका अनुपालन नहीं हो पा रहा है। मेंहदावल कस्बे व आसपास डेढ़ दर्जन से अधिक दुकानों पर धड़ल्ले से बकरा काटने का काम चल रहा है। यही हाल मुर्गे की दुकानों का भी है। बखिरा कस्बे में पहले शनिचरी बाजार में मात्र एक जगह पर गोश्त की दुकान लगती थी अब अधिकांश गलियों व चौराहों पर सुबह से ही बिक्री शुरू हो जाती है। अमरडोभा, लोहरसन, परतिया चौराहा, सहजनवां चौराहा, नौरों, हरदी, पकड़िया समेत क्षेत्र के हर प्रमुख स्थानों पर दुकानों पर बिना स्वास्थ्य परीक्षण के मांस की बिक्री की जा रही है। इससे गर्मी के मौसम में संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ गया है। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने प्रशासन से बिना स्वास्थ्य परीक्षण के बिक रहे मांस की बिक्री पर अंकुश लगाने की है।