शरीयत में हस्तक्षेप न करे सरकार, सड़कों पर होगा विरोध: बुशरा फात्मा
केन्द्र सरकार द्वारा तीन तलाक बिल को मंजूरी देने पर आल इंडिया मुस्लिम पार्सनल लॉ बोर्ड की महिलाओं ने विरोध करना शुरु कर दिया। मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक बिल को मंजूरी देने पर केन्द्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
सम्भल: केन्द्र सरकार द्वारा तीन तलाक बिल को मंजूरी मिलने के बाद ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने विरोध करना शुरू कर दिया। प्रदेश प्रवक्ता बुशरा फात्मा ने कहा कि लगातार मुस्लिम महिलांए इस बिल के विरोध में प्रदर्शन करती रही है। इसके बाद भी इस बिल की मंजूरी दे दी गई। उन्होंने कहा कि सरकार शरीयत में हस्तक्षेप कर रही है। जिससे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार अगर बिल को वापस नहीं लेती है तो सड़कों पर प्रदर्शन किया जाएगा।
शहर के मुहल्ला मियां सराय में रविवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की प्रदेश प्रवक्ता बुशरा फात्मा ने प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि शरीयत में किसी भी तरह का दखल बर्दास्त नही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश के संविधान में प्रत्येक वर्ग व धर्म को अपने धार्मिक नियमों तथा पर्सनल लॉ को मानने की पूर्ण स्वतंत्रता दी गई है। वर्तमान सरकार मुसलमानों के पर्सनल लॉ जैसे तीन तलाक, हलाला बिल लाकर संविधान द्वारा दी गई स्वतंत्रता को छीनना चाहती है। उन्होंने कहा कि तीन तलाक बिल अभी राज्यसभा में अटका हुआ है। इस बिल के विरोध में पूरे देश में पांच करोड़ से अधिक महिलाओं ने हस्ताक्षरों द्वारा विरोध प्रकट किया था और देश में महिलाओं ने इस बिल के विरोध में धरना प्रर्दशन किया था। कहा कि मोदी सरकार मुस्लिम महिला वोटरों को लुभाने के लिए निर्णय ले रही है। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि इस बिल में पति को तीन साल तक जेल में डाले जाने का प्रावधान है जिससे खानदान के सामाने रोजी रोटी की समस्या खड़ी हो जाएगी और बीबी व बच्चों को मुसीबत में डालने के अलावा कुछ नहीं मिलेगा। यदि सरकार को मुस्लिम वर्ग की ¨चता है तो मुसलमानों की जो समस्याएं है उनको हल करने के लिए कुछ पहल करके दिखाए। उन्होंने कहा कि हम मुस्लिम महिलाएं अपनी शरीयत में सुरक्षित है और सरकार द्वारा लाये गये बिल का सड़कों पर उतरकर विरोध किया जाएगा।