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गंगा में 18 हजार क्यूसेक पानी कम होने से राहत

जुनावई : पहाड़ों पर बरसात रुकने के बाद गंगा नदी का जल स्तर कम होने लगा है। इससे रघुपु

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Aug 2018 12:53 AM (IST)Updated: Fri, 03 Aug 2018 12:53 AM (IST)
गंगा में 18 हजार क्यूसेक पानी कम होने से राहत
गंगा में 18 हजार क्यूसेक पानी कम होने से राहत

जुनावई : पहाड़ों पर बरसात रुकने के बाद गंगा नदी का जल स्तर कम होने लगा है। इससे रघुपुर पुख्ता के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। क्योंकि गुरुवार को गांव में बाढ़ का पानी बेहद कम रह गया। पानी कम होने के चलते प्रशासन भी खुश नजर आ रहा है। हालांकि अभी भी प्रशासन नजर बनाए हुए है।

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चौधरी चरण ¨सह गंगा बैराज के गेज प्रभारी संजय शर्मा ने बताया निचले स्थान एक लाख 14 हजार 995 क्यूसेक पानी प्रति सैंकड छोड़ा गया है दूसरी सतह पर एक लाख 21 हजार 33 पानी बह रहा है। जबकि बुधवार को निचले स्तर पर एक लाख 32 हजार क्यूसेक पानी बह रहा था। 24 घंटे में 18 हजार क्यूसेक पानी कम रिकार्ड किया गया है। बिजनौर से 55 हजार 998 क्यूसेक पानी गुरुवार को छोड़ा गया है। हरिद्वार से 45 हजार 301 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जबकि नरौरा से ¨सचाई विभाग की नहर छह हजार 38 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो किसानों की मांग पर बढ़ाया गया है। आगामी 24 घंटे में जल स्तर और कम होगा। रघुपुर पुख्ता गांव में पहुंचा बाढ़ का पानी भी थमने लगा है। लोगों को बाढ़ के पानी राहत मिलने लगी है, लेकिन बीमारियों का प्रकोप अभी भी है।

इनसेट-

ग्रामीणों में फैलने लगी बीमारी

जुनावई: तहसील गुन्नौर के रघुपुर पुख्ता गांव में आए बाढ़ के पानी के बाद बीमारियों ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों में खासी बुखार की समस्या शुरू हो गई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने पहले ही दो टीमें गठित करके गांव में दवाई वितरित करने के निर्देश दे रखे हैं। गुरुवार को 55 लोगों को दवा वितरित की गई।


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