नशा मुक्ति केंद्र की टीम को अपहरणकर्ता समझ लोगों ने धुना
बहजोई (सम्भल) कस्बा धनारी में एक युवक द्वारा पिता को नशा मुक्ति केंद्र भिजवाने के लिए बुलाई गई टीम को लोगों ने पकड़ लिया और उन्हें अपहरणकर्ता समझकर जमकर धुनाई की। इसके बाद पुलिस को सौंप दिया।
बहजोई (सम्भल) : कस्बा धनारी में एक युवक द्वारा पिता को नशा मुक्ति केंद्र भिजवाने के लिए बुलाई गई टीम को लोगों ने पकड़ लिया और उन्हें अपहरणकर्ता समझकर जमकर धुनाई की। इसके बाद पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने पूरे मामले में जांच पड़ताल की तो पकड़े गए तीनों लोग नशा मुक्ति केंद्र के निकले।
थाना धनारी क्षेत्र के कस्बा धनारी में रेडीमेड गारमेंट्स की दुकान चलाने वाले शकील का संपत्ति के बंटवारे को लेकर उनके बेटे परवेज से विवाद रहता है। इसके चलते परवेज का भाइयों के साथ-साथ पिता से भी अक्सर झगड़ा होता रहता है। बुधवार की रात तकरीबन आठ बजे दोनों पिता-पुत्र में विवाद हुआ। इसके बाद एक कार में सवार चार लोग आए और शकील को वहां से उठाकर गाड़ी में डालने लगे। शकील ने जब शोर मचाया तो आसपास के दुकानदार भी वहां आ गए और गाड़ी में सवार तीन लोगों को पकड़ लिया जबकि एक फरार हो गया। लोगों ने तीनों की जमकर धुनाई की। पिटने के बाद उन्होंने बताया कि वे नशा मुक्ति केंद्र से आए हैं लेकिन, लोगों ने विश्वास नहीं किया और पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने प्राथमिक जांच पड़ताल में पाया कि लोगों के द्वारा पकड़े गए तीनों युवक चन्दौसी के रहने वाले हैं और नशा मुक्ति केंद्र के लिए काम करते हैं। पुलिस के मुताबिक शकील के बेटे परवेज ने अपने पिता को नशा मुक्ति केंद्र भिजवाने के लिए टीम को फोन किया था। पिता ने कभी नहीं किया नशा
बहजोई: बताया जा रहा है कि जिस पिता को वह नशा मुक्ति केंद्र भिजवाने के लिए फोन कर रहा था वह कभी नशा करते ही नहीं है। लिहाजा, पुलिस पूरे मामले में जांच पड़ताल कर रही है और इसमें जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
धनारी के थाना प्रभारी धीरेंद्र गंगवार ने बताया कि शकील के बेटे द्वारा नशा मुक्ति केंद्र को फोन किया गया है, यह बात प्राथमिक जांच में पता लगी है। फिलहाल, पूरे मामले की जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।