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रावण जैसी वैचारिक सोच से दूर रहने का दिया संदेश

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By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Oct 2018 12:09 AM (IST)Updated: Sat, 20 Oct 2018 12:09 AM (IST)
रावण जैसी वैचारिक सोच से दूर रहने का दिया संदेश

चन्दौसी : तहसील क्षेत्र के गांव फतेहपुर शमसोई में समाधि धाम पर चल रही श्री रामकथा का शुक्रवार को भव्य समापन हुआ। इस दौरान विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।

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कथा व्यास आचार्य प्रेमशंकर भारद्वाज ने रावण जैसी वैचारिक सोच से समाज को दूर हरने का संदेश दिया। आचार्य ने कहा कि अपने दोष, दुर्गुणों का पुतला फूंक कर निर्भय और आनंदित जीवन जिएं। रामायण के सूत्रों को जीवन में उतारें। केवल रावण के पुतले फूंकने से समाज की कुरीतियां खत्म नहीं होने वालीं बल्कि हमें अपने वैचारिक स्तर को राम के द्वारा निर्देशित करना है जिससे हम अपने जीवन में रामराज ला सकें। आरती के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। अजय प्रताप ¨सह, पवन कुमार, महेश ¨सह, विनोद ¨सह, प्रवीन मिश्रा, अनुपम, जेड कुमार, भूरे ¨सह, विनय पाठक, राजकुमार ¨सह, हिमांशु शर्मा, अभिषेक, व्योमेश पाठक आदि का सहयोग रहा।


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